नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन विवादास्पद कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन के आज सात महीने पूरे हो गए हैं। देशभर के किसानों ने इस मौके को 'खेती बचाओ-लोकतंत्र बचाओ' दिवस के रूप में मनाया। उधर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 7 महीने पूरे होने पर किसानों से खास अपील की है। तोमर ने कहा है कि किसानों को आंदोलन समाप्त कर लेना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है की केंद्र सरकार किसानों से बातचीत के लिए तैयार है।



नरेंद्र सिंह टोमर ने ट्वीट किया, 'मैं सभी किसान यूनियन के लोगों को कहना चाहता हूँ कि उनको अपना आंदोलन समाप्त करना चाहिए। भारत सरकार कानून के किसी भी प्रावधान पर बात करने के लिए भी तैयार है और उसका निराकरण करने के लिए भी तैयार है।' 





उधर खुले आसमान तले कड़ाके की ठंड, बेहिसाब गर्मी और बरसात की मार झेल चुके प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा है कि सरकार जबतक तीनों काले कानूनों को रद्द नहीं करती वह आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे। सात महीने पूरे होने के मौके पर देशभर में किसानों ने सभी राज्यपालों और उपराज्यपालों को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापण सौंपा है। किसानों ने मांग की है कि खेती को बर्बाद करने वाले इन तीन काले कानूनों को निरस्त कर दिया जाए।



यह भी पढ़ें: महामहिम के प्रोटोकॉल ने ली दो निर्दोषों की जान, काफिले ने 3 साल की बच्ची को रौंदा, जाम में फंसकर मरी महिला



देशभर के किसानों के विरोध के बावजूद केंद्र सरकार अड़ियल रूख अख्तियार किए हुए है। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने स्पष्ट रूप से कहा है कि किसी भी कीमत पर इन तीनों कानूनों को निरस्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि इन कानूनों में सरकार सिर्फ जरूरी संशोधन कर सकती है। संशोधन के लिए अगर किसान संगठन तैयार हैं तो मैं उनसे आधी रात भी बातचीत करने को तैयार हूं।