नई दिल्ली। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी की एक रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली है। इस रिपोर्ट के आंकड़े देखेंगे तो आपकी ये धारणा बदल जाएगी कि जेलों में बंद लोग आम तौर पर पढ़े लिखे नहीं होते। एनसीआरबी की 2019 की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की जेलों में 3 हजार 740 कैदी ऐसे हैं, जिनके पास टेक्निकल डिग्री है। इनमें सबसे ज्यादा 727 यूपी की जेलों में हैं। इसके बाद नंबर है महाराष्ट्र का, जहां टेक्निकल डिग्री रखने वाले 495 कैदी बंद हैं। तीसरे नंबर पर कनार्टक है, जिसकी जेलों में 362 कैदियों के पास टेक्निकल डिग्री है।

एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक भारत की जेलों में बंद कुल 5282 कैदी ऐसे हैं, जिनके पास पोस्टग्रेजुएट डिग्री है। इनमें 2010 कैदी उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद हैं। यूपी के जेल महानिदेशक आनंद कुमार ने इस बारे में मीडिया को बताया है कि टेक्निकल डिग्री रखने वाले ज्यादातर कैदियों पर दहेज के लिए हत्या करने या बलात्कार जैसे संगीन आरोप लगे हुए हैं। इनमें कुछ ऐसे भी हैं जो आर्थिक अपराध करने के आरोप में जेलों में बंद हैं। 

एनसीआरबी की इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत की जेलों में अलग-अलग अपराधों के चलते 3 लाख 30 हजार 487 कैदी सजा काट रहे हैं। डीजी आनंद कुमार के मुताबिक पढ़े-लिखे कैदियों के कौशल का इस्तेमाल जेल के अंदर अन्य कैदियों को प्रशिक्षित करने में किया जा रहा है। टेक्निकल डिग्री वाले कैदियों की मदद से कई जेलों को ई-जेल परिसर के रूप में विकसित किया गया है। पढ़े-लिखे कैदियों ने जेल इन्वेंट्री सिस्टम को कंप्यूटरीकृत करने में भी मदद की है। इसके अलावा कुछ जगहों पर कैदियों ने जेल रेडियो की भी शुरुआत की है।