नई दिल्ली। जातिगत जनगणना को लेकर बिहार की सियासत में सरगर्मी बरकरार है। इसी कड़ी में आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करने के लिए नीतीश कुमार के साथ बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे।प्रधानमंत्री मोदी और बिहार के नेताओं की यह मुलाकात करीब 40 मिनट तक चली। पीएम से मुलाकात के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि जनहित के मुद्दों पर विपक्ष सरकार का साथ देगा।
नीतीश और तेजस्वी के साथ साथ बिहार की सियासत से ताल्लुक रखने वाले कुल 11 नेता पीएम से मुलाकात करने पहुंचे। प्रधानमंत्री से मुलाकात करने वालों में बिहार कांग्रेस में विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, हम पार्टी के अध्यक्ष जीतन राम मांझी और वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी भी शामिल रहे। ये सभी जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं।
पिछले दिनों नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी को इस सिलसिले में पत्र लिखकर मुलाकात करने का समय मांगा था। जिसके बाद प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार को सोमवार को मुलाकात करने का समय दिया। पीएम के बुलावे पर नीतीश कुमार रविवार को दिल्ली पहुंच गए।
जातिगत जनगणना की मांग को लेकर बिहार की सियासत खास तौर पर गरमाई हुई है। बिहार का हर सियासी दल जातिगत जनगणना के मुद्दे पर एकजुट है। सियासी दलों का कहना है कि आरक्षण का लाभ वंचितों तक पहुंचाने के लिए यह जरूरी है कि एक बार यह गिनती कर ली जाए कि समाज में किसी जाति का कितना प्रतिनिधित्व है। इससे आरक्षण की व्यवस्था और पारदर्शी हो जाएगी।