नई दिल्ली। पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट सेंट्रल विस्टा का काम काफी जोरशोर से चल रहा है। केंद्र सरकार ने इस बहुप्रचारित परियोजना से जुड़ी जानकारियां संसद में दी है। केंद्र ने बताया है कि नए संसद भवन का निर्माण कार्य 35 फीसदी पूरा हो चुका है। केंद्र के मुताबिक बहु चरणीय सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के लिए अब तक 1,289 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए गए हैं। 

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी के एक सवाल का जवाब देते हुए लोकसभा में केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने यह जानकारी दी। कौशल किशोर ने बताया कि मौजूदा समय में केवल चार प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। जिसमें नया संसद भवन, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का पुनर्विकास, तीन कॉमन केंद्रीय सचिवालय बिल्डिंग का निर्माण और उपराष्ट्रपति निवास के निर्माण का काम शामिल है। 

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास के लिए कुल 608 करोड़ रुपये के बजट में से अब तक 190.76 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। इसके निर्माण का 60 फीसदी कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा नए भवन को अक्टूबर 2022 तक पूरा किया जाना है, जिसके लिए आवंटित 971 करोड़ रुपये में से 340 करोड़ रुपये अब तक खर्च किए जा चुके हैं। वहीं तीन सामान्य सचिवालय भवनों के निर्माण का लक्ष्य नवंबर 2023 है।

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गौरतलब है कि सेंट्रल विस्टा को लेकर कुल लागत का अनुमान 20,000 करोड़ रुपए है। उधर दिल्ली में प्रदूषण के चलते सभी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक है लेकिन सेंट्रल विस्टा का काम निर्बाध रूप से जारी है। इस विषय में केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से कहा कि यह राष्ट्रीय महत्व की परियोजना है, ऐसे में इसे रोका नहीं जा सकता। हालांकि, इसके निर्माण के चलते प्रदूषण न हो, ऐसे सभी जरूरी उपाय किये जा रहे हैं।