भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार ने केजी सुरेश को राजधानी भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है। आरएसएस के नजदीकी बताए जाने वाले सुरेश इसके पूर्व भारतीय जनसंचार संस्थान, आईआईएमसी के महानिदेशक का कार्यभार संभाल चुके हैं। पिछले कई महीनों से एमसीयू में वीसी का पद खाली पड़ा था, कुछ दिनों के लिए स्थानीय शिक्षक रहे संजय द्विवेदी को प्रभार जरूर सौंपा गया लेकिन उनके एक जुलाई को आईआईएमसी का डीजी नियुक्त होने के बाद से ये पद खाली पड़ा था।

मध्यप्रदेश सरकार के जनसंपर्क विभाग द्वारा 7 सितंबर को जारी आदेश के मुताबिक एमसीयू महापरिषद के अध्यक्ष सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रोफेसर केजी सुरेश को पत्रकारिता विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है। आदेश में बताया गया है कि इनका कार्यकाल चार वर्ष की अवधि के लिए रहेगा।

केजी सुरेश का पत्रकारिता के क्षेत्र में लंबे समय का अनुभव है। वह वर्तमान में यूपीईएस देहरादून में स्कूल ऑफ मास मीडिया के डीन का पद संभाल रहे थे। वह आईआईएमसी का महानिदेशक के साथ ही बतौर एडिटर डीडी न्यूज और एशियानेट न्यूज़ में भी काम कर चुके हैं।

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गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद पत्रकारिता विश्वविद्यालय एक बार फिर चर्चा में आया था जब कांग्रेस सरकार के दौरान नियुक्त कुलपति सहित प्रोफसरों से इस्‍तीफे ले लिए गए थे। इसे भाजपा सरकार द्वारा बदले की कार्रवाई माना गया। यह आरोप इसलिए भी लगे थे कि जब देश में सख्‍ती से लॉकडाउन लागू था और तमाम विश्वविद्यालय बंद थे तब प्रदेश सरकार द्वारा वरिष्‍ठ पत्रकार दीपक तिवारी से कुलपति का पद छोड़ने और त्‍यागपत्र देने का दबाव डाला गया था। 

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मामले पर विपक्ष का आरोप था कि कोरोना जैसी भयंकर महामारी से जूझ रहे प्रदेश में शिवराज सरकार संक्रमण की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाने की बजाय शैक्षणिक संस्थाओं में आरएसएस का एजेंडा थोपने में व्यस्त हैं।