डिब्रूगढ़। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि "नागपुर में पैदा हुई एक सेना पूरे देश को नियंत्रित कर रही है। लोकतंत्र का मतलब असम पर असम का नियंत्रण होना चाहिए। अगर हम इसमें छात्रों को शामिल नहीं करते हैं तो यहां लोकतंत्र हो ही नहीं सकता। युवाओं को सक्रिय रूप से राजनीति में आना चाहिए और असम के लिए लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर आपको लगता है कि लोकतंत्र को नकारा जा रहा है, युवा बेरोजगार हैं, किसानों की बात सुनी नहीं जा रही, सीएए आ रहा है, आपका राज्य लूटा जा रहा है तो आपको लड़ना चाहिए, लेकिन प्यार से, लाठी-पत्थरों से नहीं।"

कांग्रेस ने राहुल गांधी ने भाजपा पर वादाखिलाफी और झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी नही हूं। मैं झूठ नही बोलता। अग़र असम में कांग्रेस सरकार आई तो सीएए को खत्म किया जाएगा। साथ ही चाय बागान के मजदूरों को 365 रुपए दिहाड़ी देने, असम के युवाओं को 5 लाख नौकरियां देने, 200 यूनिट बिजली मुक्त देने और घरेलू महिलाओं को 2 हज़ार रुपये देने के वादे पूरे किए जाएंगे। 

राहुल गांधी ने ये बातें असम के डिब्रूगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान कहीं। उन्होंने छात्रों से बातचीत के दौरान मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि असम में आपको बांटने का काम किया जा रहा है। एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाया जा रहा है। नफ़रत पैदा की जा रही है। आपका टी गॉर्डन , एयरपोर्ट बेचकर दो बड़े उद्योगपतियों को दिया जा रहा है। राहुल ने आज अपनी यात्रा के दौरान चाय बागान के मजदूरों के बीच उन्हीं के साथ ज़मीन पर बैठकर खाना भी खाया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी उनके साथ मौजूद रहे। बघेल असम में कांग्रेस के चुनाव अभियान को आकार देने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।

राहुल गांधी दो दिनों तक असम दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे छाबुआ के दिनजॉय स्थित चाय बागान में मज़दूरों से मुलाक़ात करेंगे। साथ ही तिनसुकिया में जनसभा को संबोधित भी करेंगे। हाल ही में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी असम का दौरा कर चुकी हैं। उस दौरान बागान में चाय की पत्तियां तोड़ने की उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी।