जींद। हरियाणा के जींद में कृषि कानूनों के खिलाफ आयोजित महापंचायत के दौरान अचानक मंच ढह गया। उस वक्त महापंचायत के मंच पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत समेत कई किसान नेता मौजूद थे। खुशकिस्मती से इस घटना में टिकैत समेत किसी भी नेता को ज्यादा चोट नहीं लगी। स्टेज टूटने के थोड़ी देर बाद ही टिकैत ने महापंचायत को संबोधित भी किया। यह पंचायत उसी कंडेला गांव में हुई जहां के खाप ने टिकैत के भावुक होने का वीडियो सामने आने के बाद जींद चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया था।



मंच टूटने के थोड़ी देर बाद महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, 'पंचायत में मंच टूट गया, अच्छा हुआ, भाग्यवान लोगों के मंच टूटते हैं। ये लोग भी वही हैं, ये ट्रैक्टर भी वही हैं। इस आंदोलन का कोई नेता नहीं हैं, इसके नेता किसान हैं। इस आंदोलन को कोई दबा नहीं सकते, हमारी ये लड़ाई ज़मीन बचाने की है। हम तिजोरी में अनाज बंद नहीं होने देंगे। आंदोलन लंबा चलेगा और धीमा नहीं होगा।'



टिकैत ने किसानों के धरने वाली जगहों पर मोदी सरकार की तरफ से की जा रही तरह-तरह की बाड़बंदी पर हमला करते हुए कहा, जब-जब राजा डरता है, किलेबंदी करता है। उन्होंने कहा कि किसानों का ये आंदोलन इतना सफल होगा कि आने वाली पुश्तें भी इसे याद रखेंगी। उन्होंने कहा कि किसानों को रोकने के लिए जो कीलें लगाई गई हैं, उन्हें किसान ले जाकर अपने गांव की चौपाल में रखेंगे और आने वाली पुश्तों को दिखाएंगे कि किसान ने कैसी लड़ाई जीती थी। 



रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार को जींद के कंडेला गांव में खाप नेता टेकराम कंडेला के नेतृत्व में सर्व जातीय कंडेला खाप ने महापंचायत का आयोजन किया था। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में आयोजित इस पंचायत में हरियाणा के कई खाप नेता मौजूद थे। किसान आंदोलन को धार देने के लिए भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत समेत पंचायत में अतिथि के तौर पर लोगों को संबोधित करने के लिए बुलाया गया था। 





पंचायत में शामिल होने के लिए हरियाणा के विभिन्न हिस्सों से हजारों लोग आए थे। इस दौरान स्टेज पर किसान संख्या ज्यादा होने के कारण स्टेज टूट गया। इस हादसे में राकेश टिकैत समेत वहां मौजूद कई दिग्गज किसान नेता गिर गए। बताया जा रहा है कि घटना में किसान नेताओं को थोड़ी-बहुत चोट भी आई है।