मुंबई। भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर भी डीपफेक का शिकार हो गए हैं। तेंदुलकर द्वारा गेमिंग ऐप "स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट" का समर्थन करने वाला एक डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर वायरल हो रहा है। वीडियो में न केवल क्रिकेट आइकन को ऐप की वकालत करते हुए दिखाया गया है, बल्कि यह झूठा दावा भी किया गया है कि उनकी बेटी सारा इससे आर्थिक लाभ उठा रही हैं।

मास्टर ब्लास्टर तेंदुलकर ने तकनीक के दुरुपयोग पर अपने विचार रखने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया, और गलत सूचना के प्रसार के खिलाफ सतर्कता औरतुरंत कार्रवाई का आग्रह किया। तेंदुलकर ने डीपफेक वीडियो को शेयर करते हुए एक्स पर लिखा कि ये वीडियो फेक है। तकनीक के बड़े स्‍तर पर दुरुपयोग को देखना परेशान करने वाला है। सभी से अनुरोध है कि वे बड़ी संख्या में ऐसे वीडियो, विज्ञापनों और ऐप्स की शिकायत करें।

उन्‍होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को शिकायतों के प्रति सतर्क और तुरंत कार्यवाई करने की जरूरत है। गलत सूचना और डीपफेक के बढ़ते चलन को रोकने के लिए उनकी ओर से तुरंत कार्रवाई करना बेहद महत्वपूर्ण है। बता दें कि डीपफेक अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्‍तेमाल करके तैयार किया गया सिंथेटिक मीडिया का एक रूप है, जो वीडियो और ऑडियो दोनों में हेरफेर करने के लिए एक एल्गोरिदम का उपयोग करता है।

तेंदुलकर का मामला कोई अकेली घटना नहीं है। एक्‍ट्रेस कैटरीना कैफ, आलिया भट्ट और प्रियंका चोपड़ा भी डीपफेक का शिकार हो चुकी हैं। पिछले साल नवंबर में रश्मिका मंदाना का एक डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हआ था, जिसमें AI टेक्नोलॉजी से एक इन्फ्लूएंसर के चेहरे पर बड़ी सफाई से रश्मिका का चेहरा मोर्फ किया गया था। सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने रश्मिका के इस फेक वीडियो को असली समझ लिया क्योंकि उसमें दिख रहे एक्सप्रेशन बिल्कुल रियल लग रहे थे।