नई दिल्ली। अडानी मामले में जेपीसी की मांग पर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के बयान पर राज्यसभा सांसद संजय राउत ने प्रतिक्रिया दी है। शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा है कि शरद पवार के बयान से विपक्षी एकजुटता प्रभावित नहीं होगी। 

संजय राउत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शरद पवार ने अपने बयान में जेपीसी जांच को लेकर यही कहा है कि जेपीसी का कोई परिणाम इसलिए नहीं निकलेगा क्योंकि इसका चेयरपर्सन सत्ताधारी दल का ही होता है। ऐसे में शरद पवार के बयान से विपक्षी एकजुटता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। 

संजय राउत ने कहा कि अडानी मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस की अपनी राय हो सकती है, वैसे ही एनसीपी की भी अपनी अलग राय हो सकती है। लेकिन मतभिन्नता के चलते विपक्षी एकजुटता में दरार नहीं आएगी। 

वहीं इस घटनाक्रम पर शरद पवार की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। एनसीपी सुप्रीमो ने प्रेस वार्ता को संबोधित अपने बयान के बारे में कहा है कि उनसे साक्षात्कार के दौरान कई सवाल किए गए थे जिनमें से एक अडानी मामले से भी जुड़ा हुआ था। एक जमाना था जब हमें सरकार की आलोचना करनी होती थी तो टाटा बिड़ला का नाम लेते थे और आज अडानी अंबानी का नाम लेते हैं। उनका देश में क्या योगदान है, यह सोचने की आवश्यकता है। 

शरद पवार ने कहा कि विपक्षी पार्टियों के साथ हुई मीटिंग में भी मैंने यही बात कही थी कि जेपीसी में 21 में से 15 सदस्य सत्ताधारी दल के होंगे, ऐसे में जब सत्ताधारी दल के ही अधिकतर लोग होंगे तो सच्चाई कैसे सामने आ पाएगी? इसीलिए मैंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की स्वतंत्र टीम ही इसकी जांच करे तो अधिक बेहतर होगा।