नई दिल्‍ली। 
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कोविड-19 से निपटने के लिए आठ सुझाव दिए हैं। पत्र में कांग्रेस अध्यक्षा ने सरकार द्वारा 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा का भी स्वागत किया है

गांधी ने अपने पत्र में लिखा, "21 दिन का राष्ट्रव्यापी बंद एक सराहनीय कदम है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर मैं कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए भारत सरकार के प्रत्येक प्रयास का समर्थन करूंगी।"

उन्होंने आगे कहा, "एकजुटता और सहयोग की भावना के साथ मैं यहां महामारी को रोकने के लिए कुछ सुझाव देना चाहूंगी, जिससे देश के गरीब आने वाले समय में आर्थिक और विभिन्न प्रकार से प्रभावित हो सकते हैं।"

सोनिया गांधी ने डॉक्टरों, नर्सों समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए उचित बचाव उपकरों की उपलब्धता की मांग की ताकि वो संक्रमण की चपेट में ना आएं। उन्होंने कहा कि "मेरा मानना है कि "न्याय योजना" को लागू करना इस समय की मांग है। इस संकट की घड़ी मे देश के गरीब इस महामारी के कारण आर्थिक रूप से बुरी तरह प्रभावित हो सकते हैं. न्याय योजना से उन्हें आधारभूत संसाधन मिल सकेंगे."

बीते चार दिनों में सोनिया गांधी का प्रधानमंत्री को ये दूसरा पत्र है, जिसमें उन्होंने आपातकालीन कल्याणाकारी कदम उठाने की मांग की है। अपने आठ सुझावों में गांधी ने एक वेब पोर्टल बनाने की भी मांग की, जहां लोगों को बीमारी से इलाज के लिए सूची बद्ध अस्पतालों, आईसीयू और वेंटिलेटर की जानकारी दी जाए।

साथ ही गांधी ने दिहाड़ी मजदूरों, मनरेगा मजदूरों, फैक्टरी में काम करने वाले, कंस्ट्रक्शन मजदूरों, मछुआरों, कृषि मजदूर और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए सामाजिक सुरक्षा से जुड़े कदम उठाने, डायरेक्ट कैश ट्रांसफर की सुविधा देने की भी मांग की।

उन्होंने छह महीने तक ईएमआई और उससे पर लगने वाले इंटरेस्ट पर भी छूट देने की मांग की।सोनिया गांध ने क्षेत्र वार रिलीफ पैक्ज और ट्रैक्स ब्रेक के संबंध में भी सुझाव दिए। देश में अब तक कोरोना वायरस से 13 लोगों की मौत हो गई है तो वहीं संक्रमितों की संख्या बढ़कर 600 के पार पहुंच गई है।