नई दिल्ली। संसद के ऊपरी सदन में विपक्षी सांसदों के साथ हुई धक्का मुक्की और बदसलूकी के मामले में जल्द ही स्पेशल कमेटी गठित की जा सकती है। विपक्ष के एकजुट विरोध के बाद अब मीडिया रिपोर्ट्स में जल्द ही मामले की जांच के लिए स्पेशल कमेटी गठित किए जाने का उल्लेख किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस स्पेशल कमेटी में 6 से 12 सदस्य हो सकते हैं। 

सांसदों के साथ हुई बदसलूकी की जांच करने के लिए गठित की जाने वाली संभावित स्पेशल कमेटी को एक हफ्ते के भीतर के गठित किया जा सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कमेटी गठित करने के मसले पर इस समय कानूनी जानकारों की राय ली जा रही है। 

बुधवार को राज्यसभा में विपक्षी दलों के विरोध को रोकने के लिए सदन में सुरक्षाकर्मियों को बुलाया गया। इस दौरान विपक्षी नेताओं ने यह आरोप लगाया कि महिला सांसदों सहित विपक्ष के कई सांसदों के साथ बदसलूकी की गई। इतना ही नहीं विपक्षी सांसदों ने यह भी आरोप लगाया कि उनके साथ धक्का मुक्की करने वालों में कई लोग ऐसे थे जो संसद के सुरक्षाकर्मी नहीं थे। 

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गुरुवार को इसी मसले पर राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर से विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। विपक्षी नेताओं ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए केंद्र सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। इसके बाद गुरुवार को ही विपक्षी नेताओं ने अपने एक साझा बयान में केंद्र सरकार पर जरूरी मुद्दों पर चर्चा न करने और अपनी बहुमत का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। विपक्ष के एकजुट विरोध के बाद अब धक्का मुक्की मामले में स्पेशल कमेटी गठित किए जाने की चर्चा चल पड़ी है।