नई दिल्ली। राजस्थान में मुंह की खाने के बाद अब एनडीए महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की साजिश में लग गया है। एनडीए में सहयोगी, रिपब्लिकन पार्टी (बी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्र सरकार में सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास अठावले का ताजा बयान इस ओर इशारा कर रहा है। अपने ताजा बयान में उन्होंने कहा कि गणेश विसर्जन के बाद महाविकास अघाड़ी सरकार (MVA) का भी विसर्जन हो जाएगा और महायुति की सरकार सत्ता में आएगी। उनके इस बयान पर अभी महाराष्ट्र सरकार के नेताओं की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जह सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में अजीत पवार के बेटे पार्थ पवार की सीबीआई जांच की मांग को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने अपरिपक्व बताया है। अठावले ने कहा है कि पवार परिवार के बीच मतभेद से एनसीपी में फूट पड़ जाएगी और फिर महाराष्ट्र सरकार गिर जाएगी। साथ ही साथ अठावले ने यह भी कहा कि सुशांत सिंह मामले में सही से जांच नहीं की जा रही है।

उन्होंने कहा कि सुशांत सिंह मामले में पार्थ पवार ने सीबाआई जांच की मांग की है लेकिन पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार की भूमिक समझ में नहीं आती। उन्होंने कहा कि शरद पवार द्वारा पार्थ पवार को अपरिपक्व कहने से अजीत पवार नाराज हो सकते हैं और वे किसी भी समय सरकार छोड़ सकते हैं। अठावले ने कहा कि इससे पहले भी अजीत पवार ने देंवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बनाई थी और उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी।

अठावले ने यह दावा भी किया कि कांग्रेस और एनसीपी के बीच भी संघर्ष चल रहा है। दूसरी तरफ उन्होंने शिवसेना पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संजय राउत केंद्र सरकार के गिरने का दावा कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार पूरी तरह से स्थिर है। अठावले ने कहा कि राउत यह दावा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें महाराष्ट्र सरकार गिरने का डर है। उन्होंने कहा कि इस बात की संभावना है कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी नेता ही इस सरकार को तोड़ देंगे।