हरिद्वार। दशहरे के नजदीक आते ही जगह-जगह पर रामलीला के मंचन शुरू हो जाते हैं। इसी क्रम में हरिद्वार के रोशनाबाद जेल में रामलीला हो रही थी। रामलीला मंचन के दौरान जेल के कैदी के रामायण के पात्र बने थे। इनमें दो वानर माता सीता को ढूंढने निकले थे। लेकिन अभी तक वापस नहीं लौटे हैं। जेल से कैदियों के फरार होने की खबर सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात दोनों कैदी वानर का रोल निभा रहे थे। कहानी में माता सीता को खोजने का प्रसंग चल रहा था। वानर सेना माता सीता की खोज के लिए निकली थी। ये दोनों वानर बने कैदी भी माते-माते करते हुए खोजने की एक्टिंग रहे थे। चूंकि वे वानर का रोल कर रहे थे तो दो बाउंड्री पर चढ़ गए और वहां से बाहर कूदकर फरार हो गए।
इधर रामलीला मंचन में सीता माता तो मिल गई लेकिन वो वानर रूपी कैदी नहीं मिले। अब पुलिसवाले उन दो लोगों को खोज रहे हैं। रातभर खोजबीन हुई, लेकिन दोनों कैदियों का पता नहीं चला।
जेल प्रशासन के एक सीनियर अफसर ने बताया कि देर रात तक जेल प्रशासन अपने स्तर पर कैदियों को तलाश करता रहा। जेल में लगे CCTV के फुटेज खंगाल गए। मगर कैदियों का पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी।
कैदियों की पहचान उत्तराखंड के रुड़की निवासी पंकज और यूपी के गोंडा के रहने वाले राजकुमार के रूप में हुई है। पंकज हत्या के केस में उम्रकैद की सजा काट रहा था। वहीं, राजकुमार अपहरण के मामले में विचाराधीन है।
हरिद्वार SSP परमेंद्र डोभाल ने कहा कि आज सुबह 6 बजे पुलिस कंट्रोल रूम पर दो कैदियों के फरार होने की सूचना मिली। इसके बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में दबिश डाली, लेकिन दोनों का पता नहीं चला। रामलीला मंचन का फायदा उठाकर दोनों कैदी भाग गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। दोनों कैदियों की तलाश की जा रही है।