नई दिल्ली। देश को मंगलवार को 15वां उपराष्ट्रपति मिल जाएगा। एनडीए ने 68 साल के सीपी राधाकृष्णन को तो विपक्षी INDIA ब्लॉक ने 79 साल के बी सुदर्शन रेड्डी को प्रत्याशी बनाया है। इसके लिए सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक संसद में कुल 781 सांसद वोट डालेंगे। वोटों की गिनती शाम 6 बजे से शुरू होगी। इसके बाद परिणाम घोषित होंगे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक KCR की पार्टी BRS और ओडिशा के पूर्व सीएम नवीन पटनायक की पार्टी BJD ने उपराष्ट्रपति चुनाव से किनारा कर लिया है। दोनों पार्टी किसी भी गठबंधन का समर्थन नहीं करेंगी। राज्यसभा में बीआरएस के 4 और BJD के 7 सांसद हैं। लोकसभा में इकलौते सांसद वाले शिरोमणि अकाली दल ने भी पंजाब में बाढ़ के चलते वोट डालने से इनकार कर दिया है।

AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बताया कि इस चुनाव में वे INDIA के प्रत्याशी को समर्थन करेंगे। YSRCP के 11 सांसदों ने NDA उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने का फैसला किया है। कांग्रेस ने वाईएसआरसीपी अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी पर एनडीए उम्मीदवार सी पी राधाकृष्णन का समर्थन करने के लिए हमला बोला और उन पर लोकतांत्रिक ताकतों के साथ खड़े न होने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता मणिकम टैगोर ने कहा कि आंध्र प्रदेश के लोग आंध्र प्रदेश के हितों की बजाय सीबीआई मामलों के डर से आरएसएस उम्मीदवार का समर्थन करके उनके विश्वासघात को नहीं भूलेंगे।

उपराष्ट्रपति पद के लिए लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य वोट देते हैं। हालांकि, इसके लिए व्हिप नहीं जारी हो सकती। सभी सांसद पार्टी लाइन पर वोट करें तो एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन के 422 और विपक्ष के रेड्डी के 319 वोट माने जा रहे हैं। बहुमत के लिए 391 वोट की आवश्यकता है। ऐसे में राधाकृष्णन की जीत तय है। हालांकि गुप्त मतदान में क्रॉस वोटिंग दोनों तरफ से समीकरण बिगाड़ सकती है।

इससे पहले दोनों गठबंधनों ने अपने सांसदों को चुनाव में वोट डालने की ट्रेनिंग दी। एनडीए ने 7 और 8 सितंबर और इंडिया ने 8 सितंबर को वर्कशॉप की। ट्रेनिंग सेशन में सांसदों को बैलट पेपर पर सही निशान लगाने, चुनाव अधिकारी की ओर से दिया गया पेन का इस्तेमाल करने और बैलट पेपर को सही तरीके से मोड़कर बॉक्स के अंदर डालने की जानकारी दी गई।हर सांसद को विशेष पेन से बैलेट पर पहली वरीयता दर्ज करनी होगी। ऐसा न करने पर वोट अमान्य होगा। हर वोट का मूल्य एक समान होगा। 2017 में 11 और 2022 में 15 वोट अमान्य हुए थे।