भोपाल। पूर्व मुख्य मंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर भोपाल में मोर्चा संभाल लिया है। यहां मीडिया से बातचीत में उन्हों्ने साफ किया कि मप्र में कमलनाथ सरकार पर कोई संकट नहीं है। सरकार 100 फीसदी सुरक्षित है। कांग्रेस विधायक हरदीप सिंह डंग के इस्तीफे पर पूछे गए प्रश्न पर पर दिग्विजय ने कहा कि डंग ने इस्तीफा नहीं दिया है। यह उनका स्टेटमेंट है। सिंह ने कहा कि भाजपा नेता  हजारों करोड़ के घोटालों में शामिल हैं। उन पर ईओडब्ल्यू का शिकंजा कसता जा रहा है।  हनीट्रैप मामले में भाजपा के कुछ नेता शामिल हैं। अब वह छटपटा रहे हैं, इसलिए मनमाना पैसा खर्च कर विधायकों को प्रलोभन दे रहे हैं। 

ऑपरेशन लोटस नहीं, ऑपरेशन मनी बैक


कमलनाथ मंत्रिमंडल से जुडे़ सवाल पर उन्होंने कहा, "मंत्रिमंडल का विस्तार होना चाहिए। ये बजट सत्र के बाद होगा। ये मुख्यमंत्री कमलनाथ करेंगे। कहा जा रहा है कि ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है? इस पर दिग्विजय ने कहा कि मैं पहले ही कह चुका हूं ये ऑपरेशन लोटस नहीं। ऑपरेशन मनी बैक है। जब उनसे पूछा गया कि पांच नाम जो बताएं हैं और कौन-कौन से भाजपा नेता इसमें शामिल हैं। इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि जो मैंने पांच नाम बताएं हैं, ये सब मलाई खाने वाले हैं। आप सब जानते हैं। 

गुरुवार को दिग्विजय सिंह ने विधायकों की खरीद-फरोख्त के जिम्मेदार जो पांच नाम लिए थे, उसमें संजय पाठक का नाम भी था। जब उन्हें बताया कि भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री संजय पाठक सीएम कमलनाथ से मिले हैं तो दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये खुशी की बात है। संजय पाठक के पिता मेरे निजी मित्र रहे हैं। वह मंत्रिमंडल में मेरे साथ मंत्री थे। इससे पहले जब मैं प्रदेश अध्यक्ष था तो उनके पिता जबलपुर के जिला अध्यक्ष थे। संजय पाठक को मैंने ही जिला परिषद में शामिल कराया था। अब संजय पाठक ने पैसा ज्यादा कमा लिया है, इसलिए भटक गए हैं।