18 जनवरी मंगलवार को धरती के पास से एक विशालकाय एस्टेरॉइड गुजरने वाला है। इसके बारे में दावा किया जा रहा है कि करीब 200 साल में पहला मौका है कि जब कोई एस्टेरॉइड पृथ्वी के इतनी करीब से गुजरेगा। यह करीब किलोमीटर चौड़ा है। जिसके भारतीय समयानुसार शाम 4.51 बजे धरती के पास से गुरजने की उम्मीद है। यह स्टेरॉइड खुली आंखों से नहीं दिखेगा। इसे देखने के लिए छोटी दूरबीन की जरुरत पड़ेगी।

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के अनुसार यह करीब 3 हजार 451 फीट का एस्टेरॉइड है। जो कि पृथ्वी के 12 लाख मील के पास से गुजरेगा। इसकी स्पीड करीब 47 हजार 344 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी। नासा ने इसे खतरनाक श्रेणी का एस्टेरॉइड बताया है। जिसके पृथ्वी से टकराने की आशंका जताई गई है। इसे 7482 (1994 PC1) नाम से जाना जाता है, जिसे नासा ने 1994 में खोजा था। वैज्ञानिकों को चिंता इस बात की है कि यदि अगर यह एस्टेरॉइड अपनी दिशा में किसी तरह का परिवर्तन करता है या पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल इसे खींचता है तभी यह धरती पर गिर सकता है।लेकिन अगर सबकुठ ठीक रहा तो यह बिना किसी नुकसान के धरती से करीब 1.2 मिलियन मील दूर उड़ जाएगा।

इससे पहले 2017 में भी पृथ्वी से एक एस्टेरॉइड के टकराने की आशंका थी। उसका नाम 3122 फ्लोरेंस (1981 ET3) था। उसे वैज्ञानिकों ने सबसे विशालकाय एस्टेरॉइड कहा था। 5 साल पहले आशंका की जा रही थी कि एक सितंबर, 2017 को वह धरती से टकरा सकता है। उस 5.5 मील चौड़े एस्टेरॉइड की स्पीड 2.5 मील थी। वैज्ञानिकों का दावा है कि वह एस्टेरॉइड साल 2057 में एक बार फिर से पृथ्वी के नजदीक से गुजरेगा।

 और पढें: देखिए दुनिया का सबसे बड़ा ताला, अलीगढ़ के कारीगर ने तैयार किया 400 किलो का ताला 30 किलो की चाभीहमारे अंतरिक्ष में ऐसे दर्जनों एस्टेरॉइड हैं, जो कभी भी पृथ्वी से टकरा सकते हैं। नासा इन्हीं खतरनाक एस्टेरॉइड को अंतरिक्ष में खत्म करने की तकनीक पर काम कर रहा है। नासा के इस मिशन का नाम डार्ट है। 2021 में नासा ने डार्ट मिशन के तहत एक स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया था। जिसके बारे में कहा जा रहा है कि वह अंतरिक्ष में एक एस्टेरॉइड से टकराएगा। अगर यह स्पेसक्राफ्ट एस्टेरॉइड की स्पीड और दिशा परिवर्तित करता है तो यह नासा के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।