अमरकंटक के स्थानीय जनजातीय लोग इस प्याज़ को घुटनों के दर्द के इलाज में इस्तेमाल करते हैं। बैगा जनजाति के लोगों को अन्य भाषा का ज्ञान नहीं इसलिए इसका ज्यादा प्रचार प्रसार नहीं हो पाया है। लेकिन अमरकंटक में नर्मदा उद्गम स्थल मंदिर के बाहर जड़ी बूटियों की दुकान में ऐसे प्याज़ की भरमार आपको मिल जाएगी। यहां बिकने वाले एक प्याज़ का वज़न एक किलो तक भी हो सकता है।