शनिवार 30 मई को नरेंद्र मोदी के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी ने देशभर में वर्चुअल रैलियों का आयोजन कर लोगों को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले वर्ष की उपलब्धियां बताई। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35A को निरस्त किया गया यह प्रधानमंत्री जी की इच्छा शक्ति का नतीजा था।  



बीते दिनों पार्टी ने अपने सभी राज्य इकाइयों को इस मौके पर विशेष रूप से तैयार रहने को कहा था। बड़े राज्य इकाइयों को कम-से-कम दो वर्चुअल रैलियां वहीं छोटे राज्य इकाइयों को एक रैली करने के निर्देश दिए गए थे। इस मौके पर उत्तरप्रदेश में सबसे ज्यादा छह रैलियां आयोजित की गई।





 



प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि अन्य देशों के मुकाबले कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत की स्थिति संभली हुई है। उन्होंने कहा, 'आज हम जब एक साल पूरा कर रहे हैं तो पूरा विश्व कोरोना के साये में है। उन्होंने दावा किया की लॉकडाउन के समय भारत की कोरोना टेस्ट की क्षमता सिर्फ 10,000 टेस्ट प्रतिदिन थी परंतु आज ये क्षमता बढ़कर 1.60 लाख टेस्ट प्रतिदिन है। देश में करीब 4.50 लाख पीपीई किट्स प्रतिदिन देश में बन रहे हैं वहीं करीब 58,000 वेंटिलेटर्स निर्माण करने का प्रावधान है।



370 और 35A को निरस्त करने के सूत्रधार बने शाह



नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि धारा 370 और 35A को निरस्त करने के सूत्रधार गृह मंत्री अमित शाह हैं। उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी पूरी शक्ति के साथ देश की सेवा में जुटे रहे। यह उनकी इच्छाशक्ति का ही नतीजा है कि जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35A को निरस्त किया गया और इसके सूत्रधार अमित शाह बने। वर्षों से नागरिकता संशोधन बिल लटकाया जा रहा था। अफगानिस्तन, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के शिकार शरणार्थियों को नागरिकता मिलनी चाहिए थी लेकिन ये हो नहीं पा रहा था।



मोदी ने सुधारी ऐतिहासिक गलतियां : अमित शाह 



इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय जनता को जो अटूट विश्वास मोदी पर है वैसा विश्वास किसी नेता पर दुनियाभर में विरले ही देखने को मिलता है। शाह ने कहा, 'मोदी जी ने इन 6 वर्षों के कार्यकाल में न सिर्फ कई ऐतिहासिक गलतियों को सुधारा है बल्कि 6 दशक की खाई को पाट कर विकासपथ पर अग्रसर एक आत्मनिर्भर भारत की नींव भी रखी है। यह 6 वर्ष का कार्यकाल ‘गरीब कल्याण व रिफ़ार्म’ के समांतर समन्वय की एक अभूतपूर्व मिसाल है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि भारत उनके दूरदर्शी व निर्णायक नेतृत्व में ऐसे ही निरंतर प्रगतिशील रहेगा।