प्रदेश में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर  प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग ने माइक्रो लेवल पर तैयारी करने की योजना बनाई है। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ ने प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग को छोटे स्तर पर उपचुनावों की तैयारी हेतु निर्देश दिए हैं।

गौरतलब है कि मार्च में ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों द्वारा कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। इस कारण अल्‍पमत में आई कांग्रेस सरकार के मुखिया कमलनाथ ने इस्‍तीफा दे दिया था। अब राज्य में रिक्त हुई 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। यह चुनाव कांग्रेस के लिए करो या मरो की स्थिति जैसी है। कांग्रेस ज़्यादा से ज़्यादा सीटें अपने नाम कर सत्ता में वापस आना चाह रही है। उसी के मद्देनजर कांग्रेस ने प्रदेश मीडिया विभाग को दायित्व बांट कर उपचुनावों के लिए अपनी कमर कस ली है। जिसके तहत जिन्हें भी आगामी उपचुनावों के मद्देनजर जिन विधानसभा सीटों की देखरेख सौंपी गई है। उन्हें विधानसभा सीट के अंर्तगत कार्य करने वाले सभी प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संपर्क में रहने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। संपर्क बनाने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का माध्यम उपयोग में लाने के लिए कहा गया है।

इन्हें मिली है ज़िम्मेदारी

उपचुनावों में कांग्रेस की नैया पार लागने के लिए इन्हें ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। भूपेंद्र गुप्ता सांची व सुरखी, अभय दुबे आगर व हाटपिपल्या, अध्यक्ष नरेंद्र सलूजा को सुआसरा, सांवेर तथा बदनावर तो वहीं केके मिश्रा को ग्वालियर संभाग की सीटों की देखरेख की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है। ग्वालियर संभाग में केके मिश्रा का सहयोग करने के लिए कांग्रेस ने दुर्गेश शर्मा, राम पांडे और रवि सक्सेना को भी ज़िम्मेदारी मिली है। ग्वालियर चूंकि सिंधिया का गढ़ माना जाता है, इसलिए यहां पर कांटे की टक्कर रहने की उम्मीद है। इसीलिए कांग्रेस ने वहां अपनी जीत की संभावनाओं को मज़बूत करने के इरादे से मिश्रा को उनकी एक टीम भी तैयार कर के दी है।