बीजेपी नेता व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बिहार में डिजिटल रैली पर किए जा रहे खर्च पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कटाक्ष किया है। तेजस्वी का आरोप है कि इनकी प्राथमिकता गरीब नहीं बल्कि चुनाव है। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बीजेपी और केंद्र सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई है। उन्होंने कहा है इनके पास 144 करोड़ रुपए LED पर खर्च करने के लिए तो है परंतु श्रमिक एक्सप्रेस का 600 रुपए देने के लिए ना सरकार आगे आई और ना ही बीजेपी। बता दें कि रविवार को अमित शाह बिहार चुनाव के मद्देनजर शाम 4 जनसंवाद रैली कर रहे हैं जिसका विरोध राजद थाली बजाकर कर रही है।



इस डिजिटल रैली को बीजेपी रविवार से बिहार में चुनावी अभियान की तरह शुरू कर रही है। जिसके अंतर्गत केंद्रीय गृह मंत्री जनसंवाद रैली करेंगे। पार्टी ने इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस दौरान जिनके पास स्मार्ट फ़ोन नहीं हैं उनके लिए विशेष तैयारियां की गई है। रैली के लिए बिहार के 72 हजार बुथों पर 72 हजार LED स्क्रीन लगवाए हैं ताकि यह वर्चुअल रैली रियल जैसा ही लगे। आम रैली और इस रैली में महज इतना फर्क होगा कि यह मैदान में नहीं बल्कि डिजिटल प्लेटफार्म पर आयोजित की जाएगी। बताया जा रहा है कि पार्टी ने दिल्ली और पटना में मंच भी बनवाए हैं जहां शीर्ष नेता बैठेंगे और बाकी चीजें रियल रैली जैसी ही होगी।



राष्ट्रीय जनता दल संकट काल के दौरान हो रहे इस रैली का विरोध कर रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश भर में थाली बजाकर जनसंवाद रैली का विरोध किया है। पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बीजेपी की प्राथमिकता गरीब नहीं बल्कि चुनाव बताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'प्रचार के लिए एक LED स्क्रीन पर औसत ख़र्च 20,000₹. BJP की आज की रैली में 72 हज़ार LED स्क्रीन लगाए गये है मतलब 144 करोड़ सिर्फ़ LED स्क्रीन पर खर्च किए जा रहे है। श्रमिक एक्सप्रेस का किराया 600 रुपए था वो देने ना सरकार आगे आयी और न ही BJP। इनकी प्राथमिकता गरीब नहीं बल्कि चुनाव है।'