नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के फ्रंट लाइन गेंदबाज ईशांत शर्मा ने तीसरे दिन के खेल की समाप्ति के बाद कहा है कि चेन्नई टेस्ट मैच के पहले दो दिनों तक उन्हें लगा ही नहीं कि वे किसी क्रिकेट मैदान में खेल रहे हों। ईशांत शर्मा ने कहा कि हमें (भारतीय टीम) ऐसा लगा जैसे मानो कि हम किसी क्रिकेट स्टेडियम के बनिस्बत रोड पर खेल रहे हों। 

ईशांत ने ऐसा चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम की पिच को लेकर कहा। दरअसल पहले दो दिन तक पिच पूरी तरह से बल्लेबाज़ों को समर्पित थी। विकेट किस कदर बल्लेबाज़ों को मदद दे रही थी उसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि इंगलिश बल्लेबाज़ पूरे दो दिन तक मैदान में डटे रहे। तीसरे दिन के पहले सत्र में जा कर इंगलैंड की पूरी टीम को भारतीय गेंदबाज 558 के स्कोर पर ऑल आउट कर सके।

हम यह मैच जीत सकते हैं : ईशांत 

पहले टेस्ट के आखिरी दिन भारत को मैच जीतने के लिए 381 रनों की दरकार है। फिलहाल 420 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 39 रन है। ऐसे में ताज़ा परिस्थिति के हिसाब से इस मैच में अभी भी इंगलैंड टीम ड्राइविंग सीट पर है। मैच के अंतिम दिन भारतीय टीम की नज़र इस मैच को ड्रॉ कराने पर होगी। 

लेकिन भारतीय तेज़ गेंदबाज ईशांत शर्मा का कहना है कि भारतीय टीम यह मैच जीत सकती है। ईशांत शर्मा ने जिस आत्मविश्वास के साथ यह बात कही है, उससे तो यही लगता है कि अंतिम दिन भारतीय टीम मैच को जीतने के इरादे से उतरने वाली है। ईशांत शर्मा ने कहा है कि यह सब कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि अंतिम दिन हमें कैसी शुरूआत मिलती है। ईशांत ने कहा कि अगर हमें अच्छी शुरूआत मिलती है तो निश्चित तौर पर हमारे पास ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो कि निर्भीकता के साथ खेल सकते हैं और मैच का पासा पलट सकते हैं। 

ईशांत शर्मा ने चेपॉक के मैदान में खेल के चौथे दिन एक नया कीर्तिमान अपने नाम किया। इंग्लिश बल्लेबाज़ डेनिएल लॉरेंस को आउट करते ही ईशांत शर्मा टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट लेने वाले गेंदबाजों के क्लब में शामिल हो गए हैं। ईशांत शर्मा ने यह उपलब्धि अपने 98वें टेस्ट मैच की 177 वीं पारी में गेंदबाज़ी करते हुए हासिल की। टेस्ट क्रिकेट में ईशांत शर्मा 11 मर्तबा एक पारी में पांच से ज़्यादा विकेट ले चुके हैं। ईशांत शर्मा से पहले कपिल देव, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह, ज़हीर खान और आर अश्विन टेस्ट मैचों में 300 विकेट ले चुके हैं। 

ईशांत शर्मा ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय तमाम उन मेंटर्स को दिया, जिन्होंने उन्हें भारतीय उपमहाद्वीप और उसके बाहर गेंदबाज़ी के गुर सिखाए। ईशांत ने कहा कि अब तक का उनका करियर किसी रोलर कोस्टर राइड की तरह ही रहा है। ईशांत ने कहा कि इस दौरान उन्हें बहुत विभिन्न अनुभवों से भी गुजरना पड़ा है। बहरहाल ईशांत शर्मा अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट चटकाने वाले 35 वें गेंदबाज़ हैं। टेस्ट क्रिकेट में 300 विकेट लेने वाले गेंदबाजों में सबसे ज़्यादा 6-6 गेंदबाज भारत और ऑस्ट्रेलियाई टीम के हैं। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के 5-5 गेंदबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में 300 से ज़्यादा विकेट लिए हैं। वेस्ट इंडीज के कुल 4 गेंदबाज जबकि न्यूजीलैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान के 3-3 गेंदबाजों ने 300 से अधिक विकेट चटकाए हैं।

ईशांत के 300 विकेट पूरे होने के अलावा आर अश्विन ने भी एक कीर्तिमान स्थापित किया। इंग्लैंड टीम की दूसरी पारी की पहली ही गेंद पर सलामी बल्लेबाज़ रॉरी बर्न्स को पवेलियन चलता कर अश्विन टेस्ट मैच की किसी पारी की पहली गेंद पर विकेट चटकाने वाले पहले भारतीय स्पिनर बन गए। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अश्विन से पहले यह कारनामा 1907 में दक्षिण अफ्रीकी बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज बर्ट वोगलर ने इंगलिश बल्लेबाज़ Tom Hayward को आउट कर किया था। इस लिहाज से अश्विन 114 सालों में पारी की पहली गेंद पर विकेट लेने वाले पहले स्पिन गेंदबाज बन गए हैं। टेस्ट क्रिकेट में पारी की पहली गेंद पर विकेट लेने वाले पहले स्पिनर इंगलैंड के बॉबी पील थे। उन्होंने 1888 में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एलक बैनरमैन (Alec Bannerman) को पहली गेंद पर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया था।