तिरुवंतपुरम। केरल की आर्या राजेंद्रन देश की सबसे युवा मेयर बनने जा रही हैं। राज्य के सत्ताधारी दल एलडीएफ (लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट) ने अपनी सबसे युवा पार्षद को तिरुवंतपुरम सिटी कॉर्पोरेशन का हेड नियुक्त करने का फैसला किया है। लिहाज़ा महज़ 21 वर्षीय आर्या राजेंद्रन देश की सबसे युवा महापौर बन जाएंगी। 

आर्या तिरुवंतपुरम के ऑल सेंट्स कॉलेज में स्नातक के द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं और गणित विषय की पढ़ाई कर रही हैं। आर्या हाल ही में केरल में हुए स्थानीय निकाय चुनाव में मुदावनमुकल वार्ड से पार्षद का चुनाव जीत कर आई हैं। हालांकि पार्टी ने अभी तक आर्या को मेयर बनाने का ऐलान औपचारिक तौर पर नहीं किया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीपीआई ( एम ) शनिवार को इसकी औपचारिक तौर पर घोषणा कर सकती है। 

बचपन से ही राजनीति करती हैं आर्या 

महापौर बनने के लिए भले ही एक नज़र में आर्या की उम्र कम मालूम पड़ती हो लेकिन, पार्टी में मौजूद उनसे ज़्यादा उम्र के लोगों के मुकाबले 21 साल की आर्या के पास राजनीति की न सिर्फ समझ है बल्कि अच्छा खासा अनुभव भी है। इसकी वजह यह है कि आर्या बचपन से ही राजनीति कर रही हैं। आर्या जब 9 साल की थीं तभी सीपीआई (एम) से जुड़ गई थीं। ऐसे में आर्या की उम्र कम होने के बावजूद, उनके पास राजनीति के क्षेत्र में 12 साल का अनुभव है। जो कि उनकी योग्यता पर मुहर लगाता है। 

हमारा परिवार ही राजनीति है: एमके राजेंद्रन, आर्या के पिता 

आर्या के पिता एमके राजेंद्रन बताते हैं कि उनका पूरा परिवार ही राजनीति है। उनके मुताबिक उनका परिवार शुरू से ही सीपीआई (एम) का समर्थक रहा है। एमके राजेंद्रन एक इलेक्ट्रिशियन हैं जबकि आर्या की मां एक LIC एजेंट हैं। आर्या का भाई पेशे से इंजीनियर है और विदेश में रहता है। वो भी कम्युनिस्ट पार्टी का सदस्य है। 

आर्या के पिता ने मीडिया को बताया है कि आर्या जब पांचवीं कक्षा में थीं तभी उनकी बेटी सीपीआई (एम) की सदस्य बन गई थी। कम्युनिस्ट पार्टी के बच्चों के संगठन बालासंगम से आर्या बचपन में जुड़ गई थीं। इसके बाद पार्टी ने उन्हें बालासंगम का ज़िला अध्यक्ष नियुक्त किया था। आर्या बालासंगम की स्टेट प्रेसिडेंट भी रह चुकी हैं। आर्या के उम्दा प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी ने उन्हें छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया में भी ज़िम्मेदारी सौंपी थी।  

मेयर बनने की खबर सुनकर लगा कि मेरे साथ प्रैंक किया जा रहा है : आर्या  

आर्या ने मीडिया को बताया कि जब उन्हें पता लगा कि पार्टी उन्हें मेयर नियुक्त करने वाली है, तो यह खबर सुनकर उन्हें भरोसा नहीं हुआ। आर्या ने बताया कि उन्हें लगा कि उनके दोस्त उनके साथ प्रैंक कर रहे हैं। लेकिन जब पार्टी के ज़िला सचिवालय से उन्हें फोन आया और इस नई ज़िम्मेदारी के बारे में बताया गया तब जा कर आर्या को विश्वास हुआ। आर्या का कहना है कि वो पार्टी की ओर से दी गई नई जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगी। 

केरल में हुए निकाय चुनावों में तिरुवंतपुरम की सौ सीटों में एलडीएफ को 51 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि बीजेपी को 35 सीटों पर जीत मिली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार महापौर बनने की दौड़ में पार्टी के वरिष्ठ नेता जमील श्रीधरन और दो अन्य नेता थे। लेकिन पार्टी ने आर्या पर भरोसा जताया है।