नई दिल्ली। भारत कोरोना संकट काल के बीच आज अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी दिल्ली स्थित लालकिले के प्राचीर से झंडा फहराया। कोरोना संकट की वजह से इस बार इस कार्यक्रम में बेहद कम लोगों को बुलाया गया था। लालकिले पर ध्वजारोहण कार्यक्रम के दौरान देशभर के लोगों की निगाहें एक महिला अधिकारी पर टिकी रही जो पीएम मोदी को झंडा फहराने में मदद कर रही थी। हम आपको बताते हैं कौन हैं वह महिला अधिकारी जिन्हें पीएम को असिस्ट करने का जिम्मा सौंपा गया था।



इस साल पीएम के साथ बतौर फ्लैग ऑफिसर मेजर श्वेता पांडेय मौजूद थी। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ की रहने वाली श्वेता मार्च 2012 में चेन्नई स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद भारतीय सेना में शामिल हुईं थीं।





थलसेना की मेजर श्वेता पांडेय ने लखनऊ के सिटी मोंटेसरी से स्कूली शिक्षा पूरा करने के बाद कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया हुआ है। श्वेता के पिता राज रतन पांडेय उत्तरप्रदेश सरकार में वित्त विभाग में अतिरिक्त निदेशक हैं वहीं मां अमिता पांडेय हिंदी विषय की प्रोफेसर हैं। 





मॉस्को परेड में तीनों सेनाओं की अगुवाई



श्वेता इसी साल जून में रूस की राजधानी मॉस्को में हुए विजय दिवस परेड में भी शामिल हुई थी। उन्होंने तीनों भारतीय सैन्य टुकड़ीयों को इस परेड में अगुवाई की थी।  फ्लैग ऑफिसर मेजर श्वेता पांडे भारतीय सेना के 505 बेस वर्कशॉप से एक ईमई (इलेक्ट्रॉनिक व मैकेनिकल इंजीनियर) अधिकारी हैं। बता दें कि मेजर पांडे से पहले भी कई महिला और पुरुष अधिकारी झंडा फहराए जाने के दौरान प्रधानमंत्री का सहयोग करने की इस भूमिका को निभाते आए हैं।