रायपुर। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार पद पर रहते हुए किसी सीनियर IPS के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। एंटी करप्शन ब्योरो ने छापामार कार्रवाई के बाद सीनियर IPS जीपी सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। उन पर पद के दुरुपयोग का आरोप है, उन्होंने ACB  प्रमुख के पद पर रहते हुए लोगों को ब्लैकमेल कर करोड़ों रुपए वसूले हैं। इस धन से उन्होंने ओडिशा, भिलाई राजनांदगांव और रायपुर में भी कई जगहों पर बेनामी संपत्तियां खरीदी। जिसके पर्याप्त सबूत ACB के हाथ लग चुके हैं।

गुरूवार को ACB ने छत्तीसगढ़ पुलिस आकादमी के निदेशक सीनियर IPS जीपी सिंह के 10 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी थी। जीपी सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के पार्यप्त सबूत मिल हैं। पुख्ता सबूतों के आधार पर ACB ने IPS के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत केस रजिस्टर कर लिया है। शुक्रवार को भी जीपी सिंह के ठिकानों पर अभी भी एंटी करप्शन ब्युरो की टीम जांच में जुटी है।

जीपी सिंह पर आरोप है कि उन्होंने भ्रष्ट लोगों को ACB का डर दिखाकर अवैध वसूली की और करोड़ों की संपत्ति खरीदी है। उनके खिलाफ विभाग को लंबे वक्त से शिकायतें मिल रही थीं। जिसके बाद ACB ने कई महीनों तक खूफिया तरीके से जांच की और फिर एक जुलाई को छापे की कार्रवाई की और पुख्ता सबूत मिलने पर मामला दर्ज किया है।  

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ACB ने छापे के दौरान IPS जीपी सिंह का मोबाइल फोन भी अपनी कस्टडी में ले लिया था। जांच टीम ने मकान का चप्पा चप्पा छाना, यहां तक की उनकी गाड़ियों की भी जांच की गई। घर, गाड़ी और अन्य ठिकानों से मिले कागजात जब्त कर लिए गए।