नई दिल्ली/रायपुर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों पर एक बार फिर करारा हमला किया है। राहुल ने नए कृषि कानूनों को किसान-मजदूर विरोधी और देश की नींव कमजोर करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन कानूनों पर फिर से विचार करना चाहिए। राहुल ने रविवार को रायपुर में आयोजित छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव को वीडियो लिंक के माध्यम से संबोधित किया।

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अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना काल में कमजोर तबके के लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। देश के किसानों की हालत के बारे में सभी को जानकारी है। किसान की आत्महत्या की खबरें आम हो गई हैं। लेकिन किसानों की आत्महत्या हमें बर्दाश्त नहीं है। हमें किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदारों के साथ खड़ा होना चाहिए। क्योंकि किसान और मजदूर इस देश की नींव हैं। अगर वे कमजोर होंगे तो देश की नींव कमजोर होगी।

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उन्होंने आगे कहा कि समर्थन मूल्य और कृषि मंडियां किसानों और मजदूरों के लिए जरूरी हैं। अगर इस व्यवस्था को खत्म कर दिया तो मजदूर और किसान नष्ट हो जाएंगे और देश की नींव कमजोर हो जाएगी। जिस वजह से हम पूरे देश में नए कृषि कानूनों के खिलाफ खड़े हैं। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बारे में एक बार फिर से विचार करना चाहिए। समर्थन मूल्य की प्रणाली में अगर कोई कमी है तो उसे सुधारा जा सकता है, लेकिन इस प्रणाली को खत्म ना किया जाए।