सैन फ्रांसिस्को। माइक्रोसॉफ्ट ने अपने चीफ एग्जेक्युटिव ऑफिसर यानी सीईओ सत्य नडेला को बोर्ड का अध्यक्ष चुना है। पिछले सात साल से माइक्रोसॉफ्ट में बतौर सीईओ काम कर रहे नडेला को निर्विरोध चेयरमैन चुना गया है। भारतीय मूल के नागरिक सत्य नडेला के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। नडेला अब कंपनी के बोर्ड का एजेंडा भी निर्धारण में भी नेतृत्व करेंगे।

माइक्रोसॉफ्ट ने एक बयान में कहा की, 'सत्य नडेला को सर्वसम्मति से माइक्रोसॉफ्ट बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का चैयरमैन चुना गया है। जहां वह सही रणनीतिक अवसरों को बढ़ाने और मुख्य जोखिमों की पहचान करने के लिए कारोबार की अपनी गहरी समझ का लाभ उठाएंगे और कंपनी के एजेंडे का नेतृत्व करेंगे।'

फरवरी 2014 में स्टीव बाल्मर की जगह नडेला को माइक्रोसॉफ्ट का सीईओ बनाया गया था। अब वे जॉन थॉम्पसन की जिम्मेदारी लेंगे। थॉम्पसन अब प्रमुख इंडीपेन्डेंट डायरेक्टर रहेंगे। नडेला को माइक्रोसॉफ्ट में एक नई ऊर्जा का संचार करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने सीईओ का पदभार ग्रहण करने के बाद कंपनी को Apple और Google जैसे प्रतिद्वंदियों के मुकाबले नई तकनीक की दुनिया में और प्रासंगिक बना दिया था।

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53 वर्षीय सत्य नडेला भारत के युवा पीढ़ी के लिए मिसाल के तौर पर देखे जाते हैं। कॉरपोरेट क्षेत्र में उन्हें सफलता का प्रयाय माना जाता है। हैदराबाद में जन्मे नडेला के पिता एक प्रशासनिक अधिकारी और मां संस्कृत की लेक्चरर थीं। भारत में ही मनिपाल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग पूरा करने के बाद नडेला सन 1988 में अमेरिका चले गए थें। वहां उन्होंने आगे की पढ़ाई की माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ गए। इसके बाद से वह माइक्रोसॉफ्ट से ही जुड़े हुए हैं।