वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ट्विटर पर वापसी के लिए हर तरह का हथकंडा अपना रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक अपना अकाउंट बहाल करने के लिए ट्रंप ने अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट में ट्रंप ने दलील दी है कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन तालिबान को भी ट्वीट करने का अधिकार है तो मैं क्यों नहीं ट्विटर इस्तेमाल कर सकता हूं?

दरअसल, बीते साल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हुए कैपिटल हिल हिंसा के बाद ट्विटर ने ट्रंप का अकाउंट हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। यह हिंसा ही ट्रंप के झूठे और भड़काऊ ट्वीट्स का नतीजा था। ट्रंप ने कहा था कि चुनाव में धांधली हुई है और असली विजेता मैं हूं। ट्रंप का अकाउंट परमानेंटली स्थगित करते हुए कंपनी ने कहा था कि उनके ट्वीट्स हमारी नीतियों के खिलाफ हैं।

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ट्रंप ने अब इस मामले में फ्लोरिडा की संघीय अदालत में याचिका दाखिल किया है। ट्रंप के वकीलों ने तर्क दिया है कि अमेरिकी कांग्रेस के इशारों पर कंपनी ने उनका अकाउंट निलंबित किया। जिस समय उन्हें प्रतिबंधित किया गया उस समय उनके 88 मिलियन से अधिक फॉलोवर्स थे। याचिका में यह भी कहा गया है की अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठन तालिबान को भी ट्विटर इस्तेमाल करने की इजाजतहै।

ट्रंप ने अपनी याचिका में आरोप लगाते हुए कहा कि ट्विटर देश में राजनीतिक शक्ति पर नियंत्रण करने का प्रयास करता है जो कि लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। बता दें कि चुनाव हारने के बाद ट्रंप बेहद लो प्रोफाइल रहने लगे हैं। हालांकि, बताया जा रहा है कि उन्होंने रिपब्लिकन पार्टी पर मजबूत पकड़ बना रखी है। ऐसे में साल 2024 चुनाव में एक बार फिर वे मैदान में आ सकते हैं।