कानपुर बाल गृह मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने कार्रवाई करते हुए कानपुर के डीपीओ और राजकीय बाल गृह की सहायक अधीक्षीका मिथिलेश पाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दोनों ही अधिकारियों को उनके पदभार के दायित्व का ठीक से निर्वहन न करने के चलते, पद से निलंबित कर दिया है। 

गौरतलब है कि कानपुर बाल गृह में हड़कंप उस समय मच गया था जब 57 बच्चियों को कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई। इसके साथ ही दो बच्चियों के गर्भवती होने की सूचना भी सामने आई। इसके बाद से ही चारों तरफ राजकीय बाल गृह की किरकरी होनी शुरू हो गई। बाल गृह की घटना सामने आने के बाद से ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन के विरूद्ध मोर्चा खोल रखा था। अब शासन ने बाल गृह के पूरे घटनाक्रम को संज्ञान में लेते हुए सहायक अधीक्षीका को निलंबित कर दिया है।

क्या हैं आरोप ? 

मिथलेश पाल और अजीत कुमार पर उनके पद का  निर्वहन न करते हुए कोरोना से बचाव के लिए समुचित प्रबंध न किए जाने का आरोप है। इसके अलावा मिथलेश पाल पर कोरोना महामारी के तमाम दिशनिर्देशों की अनदेखी करने का भी आरोप है। मीडिया और सोशल मीडिया पर बाल गृह को लेकर फैल रही भ्रामक जानकारी को रोकने के लिए किसी भी तरह का कोई प्रयास न करने के आरोप हैं।