काबुल। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान में सेना के काफिले पर हुए आतंकी हमले में पाकिस्तानी सेना के सात जवान मारे गए थे। इस घटना से बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने अफगानसितान के रहवासी इलाकों में जमकर बमबारी की है। अफगानिस्तान में पाकिस्तानी एयरस्ट्राइल के कारण महिलाओं-बच्चों समेत 41 नागरिकों की मौत हो गई।

पाकिस्तानी पत्रकारों ने ट्विटर पर बताया कि देर रात पाकिस्तानी विमानों ने अफगानिस्तान के कुनार, खोस्त और चोगम और पेचा मेला पर बमबारी की। इस एयरस्ट्राइक में बच्चों सहित 41 से अधिक अफगान नागरिक मारे गए। अफगान शांति प्रहरी के संस्थापक हबीब खान के अनुसार, शुक्रवार रात को खोस्त और कुनार प्रांतों के विभिन्न हिस्सों में पाकिस्तानी विमानों ने हमले किए। 

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ट्विटर पर इस घटना की निंदा करते हुए खान ने कहा, 'पहली बार पाकिस्तानी सैन्य विमानों ने तालिबान के तहत अफगान धरती पर बमबारी की, जिसमें 40 से अधिक नागरिक मारे गए। हालांकि, पाकिस्तान अपने प्रॉक्सी बलों, तालिबान और मुजाहिदीन के माध्यम से अफगानों को दशकों से मारता रहा है।'

खान ने घटना में मारे गए लोगों की लाशों की एक तस्वीर भी साझा की है। साथ ही उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक अदालत व एमनेस्टी इंटरनेशनल से अफगानिस्तान में पाकिस्तान के अपराधों पर ध्यान देने की अपील भी की है। खोस्त और कुनार प्रांतों के स्थानीय अधिकारियों ने शनिवार को पुष्टि की कि पाकिस्तानी विमानों ने प्रांतों के विभिन्न हिस्सों पर हवाई हमले किए। घटना के बाद तालिबान ने पाकिस्तान के राजदूत मंसूर अहमद खान को तलब भी किया।

अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के अनुसार, अफगान विदेश मामलों के कार्यवाहक मंत्री अमीर खान मुत्ताकी और कार्यवाहक उप रक्षा मंत्री अल्हाज मुल्ला शिरीन अखुंद बैठक में मौजूद थे। उन्होंने पाकिस्तानी बलों की ओर से किए गए हमलों की निंदा की। इसने ट्वीट किया, 'काबुल में पाकिस्तानी राजदूत को विदेश मंत्रालय में तलब किया गया। आईईए के विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी के साथ, सत्र में उप रक्षा मंत्री अल्हज मुल्ला शिरीन अखुंड भी शामिल थे, जहां अफगान पक्ष ने इसकी निंदा की।'