काबुल। अफगानिस्तान के काबुल विश्विद्यालय में हुए आतंकी हमले में 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विश्वविद्यालय में बुकफेयर चल रहा था। इसी बीच हथियारबंद आतंकी अंदर घुस आए। आतंकियों ने आते ही अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दीं। जिसमें ज्यादातर छात्रों को गोलियां लगी हैं। स्थानीय सुरक्षा बलों के अनुसार आतंकवादी कम से कम 3-5 की संख्या में थे, लेकिन घंटों के मुठभेड़ में सभी आतंकवादी मार गिराए गए। 

इस बुकफेयर में ईरान के राजनयिक भी भाग लेने के लिए आए थे। काबुल यूनिवर्सिटी अफगानिस्तान की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी यूनिवर्सिटी है, जहां हज़ारों की संख्या में छात्र पढ़ाई के लिए आते हैं। कुछ चश्मदीदों ने मीडिया को बताया कि हमलावर पिस्टल, कलाश्निकोव और अनेक हथियारों से लैस थे और लगातार गोलियां चला रहे थे। हमला यूनिवर्सिटी के पूर्वी छोर पर हुआ, जहां कानून और मीडिया की पढ़ाई होती है। जिस समय आंतकवादी हमला हुआ उस वक्त काबुल की अनेक जानेमानी हस्तियां बुकफेयर में हिस्सा लेने के लिए वहां मौजूद थीं। इस यूनिवर्सिटी को आतंकवादियों ने पहले भी कई बार निशाना बनाया है। जिसमें मौतें भी हुई हैं। 

हालांकि हमले में तालिबान ने अपनी जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। लेकिन यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब तालिबान और अमेरिका के बीच शांति समझौते को लेकर बातचीत चल रही है। अमेरिका पहले ही अफगानिस्तान में लड़ाई से पीछे हट चुका है। यह देश की सबसे लंबी लड़ाई रही है।

काबुल विश्वविद्यालय में करीब 17 हजार छात्र पढ़ते हैं। यह हमला विश्वविद्यालय के पूर्वी इलाके में हुआ। पूरे हमले के दौरान छात्र भागते हुए नजर आए। बताया जा रहा है कि यह हमला ईरानी राजनयिक को मारने के लिए हुआ था। अफगानिस्तान में इससे पहले भी ईरानी प्रतिनिधियों को निशाना बनाते हुए हमले हो चुके हैं।