नई दिल्ली। चीन ने बताया कि अमेरिका ने उसे ह्यूस्टन स्थित अपना वाणिज्य दूतावास बंद करने का आदेश दिया है। चीन ने इसे अपमानजनक और अनुचित कदम बताया है, जिससे दोनो देशों के रिश्तों को नुकसान पहुंचेगा। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने अमेरिकी कदम की निंदा की। यह कदम ऐसे वक्त में आया है जब दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव बढ़ रहा है। उन्होंने आगाह किया कि अगर अमेरिका अपना फैसला नहीं बदलता है तो कड़े जवाबी उपाय किए जाएंगे।

वांग ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''थोड़े से समय के अंदर ह्यूस्टन में चीन के महावाणिज्य दूतावास को एकतरफा तरीके से बंद करना, चीन के खिलाफ उसके हाल के कदमों में अभूतपूर्व वृद्धि है।''

इस बारे में अमेरिका की तरफ से पुष्टि या स्पष्टीकरण नहीं है। ह्यूस्टन में मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि चीनी वाणिज्य-दूतावास में अंधेरे में दस्तावेज़ जलाए जा रहे थे। फिर पानी डालकर उन्हें बुझाया जा रहा था। स्थानीय पुलिस जब वाणिज्य-दूतावास पहुंची तो उसे अंदर नहीं घुसने दिया गया। अमेरिका में इस पर ज़बरदस्त नाराज़गी देखने को मिली। में कागज जला रहे थे।