छतरपुर। छतरपुर में बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति और थाना प्रभारी हेमंत नायक के बीच हुई नोकझोंक के बाद थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके साथ ही छतरपुर पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच के भी आदेश दे दिए हैं।

लेकिन इस मामले ने बीजेपी के भीतर आंतरिक बगावत को हवा दे दी है। विधायक के पिता आरडी प्रजापति ने थाना प्रभारी को जेल भेजने की मांग करते हुए अपने बेटे से इस्तीफा दिलाने तक की धमकी दे दी है। 

पूर्व विधायक आरडी प्रजापति ने दावा किया है कि थाना प्रभारी ने पुलिस थाने में उनके बेटे और बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति को जातिसूचक गालियां दी। इसलिए थाना प्रभारी पर एससी एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई कर जेल भेजा जाना चाहिए। 

आरडी प्रजापति ने कहा है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो वे एससी एसटी व ओबीसी समाज के लोगों के साथ एसपी कार्यालय का घेराव करेंगे। इसके बावजूद अगर हेमंत नायक को जेल नहीं भेजा गया तो वे खजुराहो में होने वाले जी20 सम्मेलन के वैश्विक मंच पर अपने बेटे राजेश प्रति से बीजेपी की सदस्यता से इस्तीफा दिलवाएंगे। 

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आरडी प्रजापति ने कहा है कि छतरपुर की कुल छह विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने सिर्फ एक सीट जीती, वह भी उनके बेटे राजेश प्रजापति ने जीत हासिल की। पूर्व विधायक ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने ही बीजेपी की नाक बचाई थी। 

दरअसल सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था। जिसमें छतरपुर के चंदला स्थित लवकुश नगर थाने के थाना प्रभारी हेमंत नायक बीजेपी विधायक राजेश प्रजापति पर थाने आकर झूठा मुकदमा दर्ज कराने का आरोप लगा रहे थे। इस पर बीजेपी विधायक थाना प्रभारी के साथ बहस कर थाने में भी धरने पर बैठ गए थे। जिसके बाद दोनों के बीच काफी तू तू मैं मैं भी हुई थी। थाना प्रभारी ने विधायक को अपनी भाषा पर लगाम न रखने पर कार्रवाई करने की धमकी भी दी थी।