सिलावट और दत्तीगंव को पद से हटाकर हो भ्रष्टाचार की जांच, BJP नेता ने कारम बांध मामले में अपनी ही सरकार को घेरा

बीजेपी के पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कारम बांध निर्माण को लेकर अपनी ही सरकार के मंत्रियों को घेरा है, उन्होंने कहा कि सिलावट और दत्तीगंव को पद से हटाकर जांच की जाए

Updated: Aug 31, 2022, 04:19 AM IST

भोपाल। कारम बांध प्रोजेक्ट में हुई कथित भ्रष्टाचार को लेकर शिवराज सरकार लगातार आलोचनाओं का सामना कर रही है। इसी बीच अब भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत ने कारम बांध निर्माण को लेकर अपनी ही सरकार के मंत्रियों को घेरा है। उन्होंने कहा कि काराम बांध निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराई जानी चाहिए। यह जांच मंत्री तुलसी सिलावट और राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव को हटाकर की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान अब भी मुआवजे के लिए तरस रहे हैं और ये मंत्री सीएम के सामने वाहवाही लूट रहे हैं।

अपेक्स बैंक के पूर्व चेयरमेन रहे शेखावत ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि धार जिले में 304 करोड़ की परियोजना कारम बांध भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया और 3 दिनों के प्रयास के बाद भी हम बांध को नहीं बचा पाए। 14 अगस्त की शाम को बांध से अचानक तेजी से पानी निकलने लगा इससे कारम नदी में रौद्र रूप मे पानी आया और करीब 12 गांव के खेत व मकानों में भारी नुकसान पहुंचा। इन सभी प्रभावितों को आज तक मुआवजा नहीं मिला है। 

भाजपा नेता ने कहा कि क्षेत्रीय किसान आज मुआवजे को लेकर कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। वहीं प्रदेश के दो मंत्री मुख्यमंत्री के समक्ष पहुंचकर जेसीबी चालकों को सम्मानित कर अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। यह क्षेत्र के किसानों व जनता के साथ सरासर धोखा है। शेखावत ने कहा कि कारम परियोजना का निर्माण प्रदेश के कांग्रेस शासन के समय प्रारंभ हुआ था और उस दौरान प्रदेश में इस विभाग के मंत्री तुलसीराम सिलावट थे और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव विधायक थे। आज भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़े कारम डैम की बागडोर भी इन्हीं दोनों मंत्रियों के जिम्मे सौंप दी गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को सबसे पहले इन दोनों मंत्रियों को पद से हटाकर लेकर निष्पक्ष रूप से इसकी जांच कराई जाना चाहिए।