Opinion at Humsamvet In Hindi
World Earth Day 2025: संसाधनों के अंतहीन दोहन से बढ़ रहा...
मनुष्य के सहयोग से उपभोग की बढ़ती लालसाओं का ही परिणाम है कि जल, जंगल और जमीन की...
न्याय, समानता और संविधान की रक्षा के संकल्प अब ज्यादा जरूरी...
आरक्षण, बाबा साहब अंबेडकर द्वारा वंचितों को समान अवसर देने की एक संवैधानिक व्यवस्था...
विश्व जल दिवस 2025: जल संरक्षण से कल सुरक्षित होगा
मध्य प्रदेश की ग्रामीण अबादी हैंडपंप पर निर्भर है। अप्रैल 2023 के आंकड़े अनुसार...
अमेरिका: बुझते दिये की लपलपाती लौ
महानता पाने की अनिवार्य शर्तें हैं आक्रामकता और हिंसा को छोड़ना। वे सारे लोग जो अमेरिका...
भारतीय लोकतंत्र: अतीत में निहित है भविष्य
आज ठीक 100 साल बाद हम ऐसे दोराहे पर खड़े हैं जहां बहुमत नहीं बहुमतवाद का बोलबाला...
गणतंत्र दिवस विशेष: संविधान का पुनरावलोकन नहीं पुनर्पाठ...
भारत के संविधान के 75 साल पूरा होने का समारोह मनाया जा रहा है या यह भारत के गणराज्य...
लोकतंत्र की मूल भावना को समझने और बचाने का समय आ गया है
देश की जनता जागरूक है और हमारे देश में लोकतंत्र की जड़ें गहरी है, नागरिक अपने अधिकारों...
3.75 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव के दावों पर संशय, निवेश...
इन्वेस्टर्स समिट एक नाटक-नौटंकी है, इससे मध्य प्रदेश को कोई फायदा नहीं होने वाला...
कठघरे में साँसें, भोपाल गैस त्रासदी के चार दशक: काश यह...
पुस्तक समीक्षा: कठघरे में साँसें, भोपाल गैस त्रासदी के चार दशक - लेखक विभूति झा...
पंडित नेहरू: पूज्यनीय नहीं अनुकरणीय हैं
आज भारत में जो गहन अंधकार फैला है उसे सही दिशा तो पं. नेहरू ही दिखा सकते हैं। पिछले...