भोपाल। देश के पूर्व कृषि राज्यमंत्री अरूण यादव ने कपास उत्पादक किसानों से 10 हजार रूपये प्रति क्विंटल की दर पर कपास खरीदी की मांग की है। यादव ने कहा है कि कपास उत्पादक किसान लागत मूल्य भी नहीं निकाल पा रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कर्ज लेकर और खून-पसीना बहाकर किसानों ने कपास का उत्पादन किया है। यदि उन्हें उचित मूल्य नहीं मिलेगा तो वे आर्थिक रूप से टूट जाएंगे।



दरअसल, सोमवार को कपास उत्पादक किसानों ने मध्य प्रदेश के खरगोन कृषि उपज मंडी में जमकर विरोध प्रदर्शन किया था। किसानों ने खरीदी में कपास का सही भाव नहीं मिलने पर तीन बार नीलामी को रोककर मण्डी कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान कपास उत्पादक किसानों ने 2 घंटे तक मण्डी के मुख्य द्वार को बंद कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी की थी।



किसानों के समर्थन में अब कांग्रेस नेता अरुण यादव ने आंदोलन की चेतावनी दी है। यादव ने बयान जारी कर कहा कि कपास का कम भाव मिलने से किसान लागत मूल्य भी नहीं निकाल पा रहे हैं। मंहगे बीज, दवाईयों और मजदूरी की बढती दर से कपास उत्पादक किसान कारण कर्ज के बोझ तले दब गए हैं। बदलते मौसम ने भी कपास उत्पादकों को निराश किया है। ऐसे में कपास के कम दाम मिलने से किसानों का आक्रोश स्वभाविक है।





कांग्रेस नेता अरूण यादव ने कहा कि अपनी उपज का उचित मूल्य मांगना किसानों का हक है। उनकी यह मांग वाजिब है। किसानों ने कर्ज लेकर और खून पसीना बहाकर कपास का उत्पादन किया है। ऐसे में कम भाव मिलने पर किसान आर्थिक रूप से पूरी तरह से टूट जाते हैं। किसानों को कपास के साथ ही अन्य सभी फसलों का उचित मूल्य दिलाना सरकार की जिम्मेदारी है। मैं भी एक किसान हूं। इस मांग को लेकर किसान आन्दोलन करेंगे तो मैं भी उनके साथ आन्दोलन में खडा रहूंगा। यादव ने भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों को उचित दाम नहीं मिलता तो कांग्रेस पार्टी सडकों पर उतरकर किसानों के साथ प्रदर्शन और आंदोलन करेगी।