Digvijaya Singh: BJP में कोरोना शिलान्यास के अशुभ मुहूर्त का नतीजा

Ram Temple: जगदगुरू स्वामी स्वरूपानंद ने किया है सचेत, PM Modi की सुविधा पर निकाला गया अशुभ मुहुर्त, क्या यही है हिंदुत्व

Updated: Aug 04, 2020, 12:04 AM IST

भोपाल। रविवार 2 अगस्त BJP के लिए कोरोना संक्रमण की दृष्टि से काफी भारी रहा है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित BJP के आधा दर्जन नेता कोरोना पॉज़िटिव पाए गए। इसे लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने BJP सरकार पर निशाना साधा है। सिंह ने कहा कि यह राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का अशुभ मुहूर्त निकालने का परिणाम है। 

राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने सोमवार सुबह ट्वीट कर कहा है कि 5 अगस्त को भगवान राम के मंदिर शिलान्यास के अशुभ मुहुर्त के बारे में विस्तार से जगदगुरू स्वामी स्वरूपानंद जी महाराज ने सचेत किया था। मोदी जी की सुविधा पर यह अशुभ मुहुर्त निकाला गया। यानि मोदी जी हिंदू धर्म की हजारो वर्षों की स्थापित मान्यताओं से बड़े हैं! क्या यही हिंदुत्व है?

सनातन हिंदू धर्म की मान्यताओं को नज़र अंदाज करने का नतीजा है कि राम मंदिर के समस्त पुजारी कोरोना पॉज़िटिव, उत्तर प्रदेश की मंत्री कमला रानी वरुण का कोरोना से स्वर्गवास, उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष कोरोना पॉज़िटिव जो कर अस्पताल में। भारत के गृह मंत्री अमित शाह कोरोना संक्रमित हो कर अस्पताल में। मध्यप्रदेश के भाजपा के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अस्पताल में और कर्नाटक के भाजपा के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की भी अस्पताल में भर्ती हैं।सिंह ने कहा है कि मोदी जी आप अशुभ मुहुर्त में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास कर और कितने लोगों को अस्पताल भिजवाना चाहते हैं? योगी जी आप ही मोदी जी को समझाइए। आपके रहते हुए सनातन धर्म की सारी मर्यादाओं को क्यो तोड़ा जा रहा है? और आपकी क्या मजबूरी है जो आप यह सब होने दे रहे हैं? भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं और हज़ारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए।

क्या जनता के लिए ही है क्वारंटाइन की अनिवार्यता 

सिंह ने सवाल उठाया है कि इन हालातों में क्या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और भारत के प्रधानमंत्री को क्वारंटाइन नहीं होना चाहिए? क्या क्वारंटाइन में जाने की बाध्यता केवल आम जनता के लिए है? क्या 14 क्वारंटाइन होने की अनिवार्यता प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के लिए नहीं है? 

सिंह ने कहा है कि मोदी जी आप अशुभ मुहुर्त में भगवान राम मंदिर का शिलान्यास कर और कितने लोगों को अस्पताल भिजवाना चाहते हैं? योगी जी आप ही मोदी जी को समझाइए। आपके रहते हुए सनातन धर्म की सारी मर्यादाओं को क्यो तोड़ा जा रहा है? और आपकी क्या मजबूरी है जो आप यह सब होने दे रहे हैं? भगवान राम करोड़ों हिंदुओं के आस्था के केंद्र हैं और हज़ारों वर्षों की हमारे धर्म की स्थापित मान्यताओं के साथ खिलवाड़ मत करिए।मैं मोदी जी से फिर अनुरोध करता हूँ कि 5 अगस्त के अशुभ मुहुर्त को टाल दीजिए। सैंकड़ों वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान राम मंदिर निर्माण का योग आया है अपनी हठधर्मिता से इसमें विघ्न पड़ने से रोकिए।

ग़ौरतलब है कि और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह बार बार कह रहे हैं कि राम मंदिर निर्माण के भूमिपूजन का तय मुहूर्त सही नहीं है, ऐसे में उस दिन राम मंदिर का भूमिपूजन नहीं होना चाहिए। कुछ संतों का भी मानना है कि राम मंदिर निर्माण के शुभारंभ के लिए भाद्रपद माह की पांच तारीख को अशुभ है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया था कि इस देश में 90 प्रतिशत से भी ज़्यादा हिन्दू ऐसे हैं जो मुहूर्त, ग्रह दिशा, ज्योतिष, चौघड़िया आदि धार्मिक विज्ञान को मानते हैं।मैं इस बात पर तटस्थ हूं कि 5 अगस्त को शिलान्यास का कोई मुहूर्त नहीं है। जो कि धार्मिक भावनाओं के साथ सीधा सीधा खिलवाड़ है।