नीमच| जिले में जावद जनपद पंचायत के सीईओ आकाश धारवे का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया और जबरन काली स्कॉर्पियो में बैठाकर इंदौर की ओर भागने लगे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई और नागदा में उज्जैन एवं नीमच पुलिस ने मिलकर घेराबंदी कर गाड़ी को रोक लिया। इस दौरान पुलिस ने सीईओ को सुरक्षित बाहर निकाला और अपहरणकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। इस मामले में बेटमा तहसीलदार जगदीश रंधावा, पांच पटवारी, एक महिला समेत कुल 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
नीमच एसपी नवल सिंह सिसोदिया ने बताया कि अपहरण की सूचना सीईओ के भाई ने सुबह फोन पर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया। प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपियों में तहसीलदार जगदीश सिंह, पटवारी प्रमोद दास, अजय सिंह, अजय उच्छावल, पिंकी सिंह के साथ आठ अन्य अज्ञात लोग शामिल हैं। पुलिस ने मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी है और आकाश धारवे के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। घटना से जुड़े एक वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसकर्मी सादी वर्दी में सड़क पर खड़े थे और जैसे ही काली स्कॉर्पियो पास आई, उन्होंने उसे घेरकर रोक लिया।
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इस पूरी घटना की जड़ एक पुराना रिश्ता बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, 2014 में आकाश धारवे की शादी की बात धार की पिंकी सिंह से चली थी, जो तहसीलदार जगदीश रंधावा की रिश्तेदार हैं। बुधवार रात पिंकी अपने परिवार के साथ सीईओ के नीमच स्थित सरकारी आवास पहुंची और वहां हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाया और मामला शांत कराया। हालांकि, अगले दिन सुबह पिंकी और जगदीश अपने कुछ साथियों के साथ फिर पहुंचे और आकाश धारवे को जबरन गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगे। लेकिन पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई के चलते अपहरण की यह कोशिश नाकाम कर दी गई।