इंदौर में बजेगी चुनावी रणभेरी, एक ही दिन शहर में होंगे अमित शाह, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह

इंदौर में आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और युवा चेहरा कन्हैया कुमार अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।

Updated: Jul 30, 2023, 10:53 AM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में आज सियासत के दिग्गजों का जमावड़ा लगने वाला है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों के दिग्गज आज इंदौर शहर में हुंकार भरेंगे। भाजपा की ओर से चुनाव अभियान का आगाज करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज इंदौर आएंगे। वहीं, मध्य प्रदेश कांग्रेस के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह भी इंदौर में हैं और यहां दोनों विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। इतना ही नहीं कांग्रेस के तेजतर्रार युवा नेता कन्हैया कुमार भी इंदौर के विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।

इंदौर में दोनों पार्टियों का कार्यक्रम पूजा पाठ से शुरू होगा। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ इंदौर पहुंच चुके हैं। दोनों ने विधायक संजय शुक्ला के घर भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया। यहां कांग्रेसियों ने कमलनाथ को गदा भेंटकर स्वागत किया। इसके बाद कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और एनएसयूआई इंचार्ज कन्हैया कुमार शहर महिला कांग्रेस के आयोजन में हिस्सा लेंगे। 

दोपहर 12 बजे कांग्रेस के सभी नेता नक्षत्र गार्डन, ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर के पास विजयनगर पहुंचेंगे, यहां "आदिवासी युवा महापंचायत" कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस कार्यक्रम को कन्हैया कुमार भी संबोधित करेंगे। इसमें प्रदेशभर के हजारों आदिवासी युवा शामिल होंगे। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह धनगर समाज के कार्यक्रम और प्रोफेशनल कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे।

उधर, अमित शाह दोपहर 2 बजे के बाद इंदौर पहुंचेंगे। वे एयरपोर्ट से सीधे विधानसभा नंबर दो स्थित कनकेश्वरी गरबा मैदान पहुंचेंगे और विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसमें इंदौर संभाग के बूथ लेवल कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम में 50 हजार कार्यकर्ताओं के शामिल होने का दावा किया गया है। शाह देर शाम होटल मैरियट में संभागीय कोर कमेटी की बैठक लेंगे। इसके बाद संभवतः प्रेस को भी संबोधित कर सकते हैं।

शाह के दौरे पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीते 20 सालों में मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्रियों ने जो नेतृत्व किया, वह इतना निर्जीव, निकम्मा और निराश्रित है कि अब अमित शाह को मैदान संभालना पड़ रहा है। इसके बाद भी मध्य प्रदेश में कांग्रेस बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। क्योंकि बीजेपी नेताओं के झूठे वादों से जनता तंग आ चुकी है।