मध्यप्रदेश में तुलाई के दौरान एक और किसान की हार्टअटैक से मौत होने की खबर है। मामला देवास जिले के अमोना का है जहां किसान जयराम मंडलोई की उपार्जन केंद्र पर तुलाई के दौरान मौत हुई है। बताया जा रहा है कि किसान जयराम पिछले 4-5 दिनों से तेज धूप में लाइन में खड़े होकर अपने गेहूं की तुलाई का इंतजार कर रहे थे जहां धूप सहन न होने के कारण उनका निधन हो गया। मामले पर विपक्ष द्वारा शिवराज सरकार पर बेशर्म होने का आरोप लगाया जा रहा है। इसके पहले आगर-मालवा के किसान प्रेम सिंह की मौत भी उपार्जन केंद्र पर 4-5 दिन कतार में लगने से हुई थी।



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दरअसल, मध्यप्रदेश में फसल खरीदी का कार्य चल रहा है। इस दौरान प्रशासन की लापरवाही बार-बार सामने आ रही है। देवास जिले के अमोना स्थित सिया गांव के एक किसान जयराम मंडलोई पिछले 4-5 दिनों से उपार्जन केंद्र पर अपने गेहूं की तुलाई होने का इंतजार कर रहे थे। बताया जा रहा है की कड़ी धूप में लगातार 4-5 दिन तक खड़े रहने के बाद भी उनकी फसल की तुलाई नहीं हो पाई थी। ऐसे में तपती धूप और गर्मी से उन्हें हार्ट अटैक आ गया और वहीं उनकी मौत हो गयी।



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विपक्ष ने इस मौत का जिम्मेदार बीजेपी सरकार को ठहराया है। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने मामले पर सीएम शिवराज से पूछा है कि उन्हें कब शर्म आएगी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'मप्र में किसानों की मौत का सिलसिला जारी, छह दिन पहले आगर-मालवा के किसान प्रेमसिंह और आज देवास के किसान जयराम मंडलोई की तुलाई की क़तार में खड़े-खड़े मौत हो गई। शिवराज जी, आप मंत्रियों की शपथ के लिये मिंटो हॉल बुक करा रहे हैं और किसान क़तारों में मर रहा है। कब शर्म आयेगी..?'





मामले पर मध्यप्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट आया है कि, 'देवास ज़िले के अमोना के किसान की मौत, किसान जयराम मंडलोई उपज बिक्री करने के लिये चार दिन से लाईन में खड़े होकर तुलाई का इंतज़ार कर रहे थे। शर्म करो शिवराज..!'