खरगोन। मध्य प्रदेश में बारिश का दौर रुक रुककर जारी है। इस बार बरसात ने प्रदेशभर में डैम निर्माण और रखरखाव में हुई लापरवाहियों को उजागर कर दिया है। अब खरगोन में नर्मदा नदी पर बने महेश्वर बांध के गेट टूटकर गिरने की आशंका है। यदि ऐसा होता है तो आसपास के 25 गांवों में जलप्रलय आ जाएगा। 

खरगोन स्थित महेश्वर बांध के गेट भारी बारिश और मेंटेनेंस के अभाव में टूटकर गिरने की आशंका देखते हुए आसपास के गांवों को खाली कराया जा रहा है। गांव के लोग जान बचाने के लिए घर बार ऐसे ही छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। अगर यह बांध टूट जाता है तो हजारों लोगों का सबकुछ बर्बाद हो जाएगा।

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स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बांध में कई जगह से दरार आ गई है, वहीं पानी की अधिक आवक होने के कारण डैम लगातार डैमेज होता जा रहा है। ऐसे में अगर ये बांध फूट जाता है, तो कई शहर, नगर और गांव पानी में डूब जाएंगे। अचानक बांध टूटने से हालात बेकाबू न हो इसके लिए प्रशासन की ओर से डूब में आने वाले आसपास के कई गांव, शहर को खाली करवाया जा रहा है। प्रशासन ने लोगों को माईक से अनाउंस कर सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है। 

एक्सपर्ट्स के मुताबिक बांध का पाट लगभग 750 मीटर चौड़ा है और इसमें 27 रेडियल गेट लगे हैं। ये गेट करीब 12 साल से खुले होकर हवा में ऊंचाई से लटके हैं। 8वें नंबर का गेट अप्रैल 2019 में गिर गया था। डैम जिओलॉजिकल सेफ्टी इंस्ट्रूमेंट के सीनियर इंजीनियर विवेक डोंगरे ने कहा कि ऑइल सील अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं और ऐसे में हाइड्रोलिक सिस्टम कभी भी फेल हो सकता है। गेट लावारिस हाल में होने से भी गिरने की आशंका है।