ग्वालियर। प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में रेत और पत्थर माफिया की करतूतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। यहां के मुरैना में खनन माफिया द्वारा पुलिस पर हमला करने और आरोपी को जबरन छुड़ा ले जाने का मामला सामने आय़ा है। यहां पत्थर और रेत माफिया के हौसले बुलंद हैं। वे जिस तरह सरकारी अमले और पुलिस पर हमला कर रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि कानून का उनमें कोई डर नहीं रह गया है।

बीती रात तिघरा के जंगल में वन विभाग की टीम अवैध खनन रोकने पहुंची थी। तभी पत्थर माफिया ने ताबड़तोड फायरिंग की। इस दौरान वन विभाग के अमले और पुलिस ने किसी तरह अपनी जान बचाई, इस हमले में एक आरक्षक घायल हो गया है। 

दरअसल वन अमले को पता चला था कि तिघरा थाना इलाके के लखनपुरा में पत्थरों का अवैध खनन हो रहा है। तब फारेस्ट रेंजर विकास मिश्रा और तिघरा थाना प्रभारी और SAF के गार्ड सर्चिंग पर निकले थे। जब टीम वहां पहुंची तो आरोपी माफिया वहां से भाग खड़े हुए। इस दौरान पुलिस टीम ने वहां खड़ी जेसीबी जब्त कर ली और उसके ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया।

जब वन विभाग की टीम जेसीबी मशीन और ड्राइवर को लेकर निकली तभी पहले से घात लगाए बैठे माफिया ने टीम पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। इसी बीच माफिया अपनी जेसीबी और उसके ड्राइवर को भगा ले जाने में कामयाब हो गए। गौरतलब है रेत और पत्थर माफिया पहले भी इस इलाके में पुलिस प्रशासन पर जानलेवा हमला कर  चुका है। बीते करीब दो महीन में दर्जन भर ऐसे मामले सामने आ चुके हैं।