भोपाल। मध्य प्रदेश इनदिनों भीषण सर्दी के दौर से गुजर रहा है। प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश और ओले गिरने से मौसम में अचानक बदलाव आ गया है। प्रदेश के तीन जिलों उमरिया, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा में ओले गिरे हैं, जिसकी वजह से बर्फीली हवाएं चलने लगी हैं। तीनों जिलों में चने के दानों के बराबर ओले देखने को मिले। वहीं मंगलवार सुबह से ही भोपाल, सीहोर, होशंगाबाद, राजगढ़, विदिशा, अशोकनर, रायसेन और छतरपुर में दिनभर से रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। वहीं ग्वालियर-चंबल संभाग, जबलपुर, सागर, होशंगाबाद, मुरैना, आगर मालवा और दमोह में भी वर्षा दर्ज की गई। वहीं प्रदेश के कई जिलों में अगले 48 घंटों में बारिश का दौर जारी रहने की चेतावनी जारी की गई है। बारिश होने से पारा गिरता जा रहा है। लोग सड़कों और घरों के बाहर अलाव जलाए नजर आए।

मौसम विभाग ने ग्वालियर चंबल, जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग समेत 30 जिलों में बारिश और बिजली का अलर्ट जारी किया है। कई अन्य जिलों में ओले गिरने की आशंका हैं। जिसकी वजह से सुबह के वक्त घना कोहरा छाने की उम्मीद है। ग्वालियर, रीवा, सागर जबलपुर के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है। प्रदेश के मौसम में अचानक आए इस बदलाव की वजह से गेहूं-चने की फसल को फायदा होने की उम्मीद है। बारिश रबी की फसल के लिए फायदेमंद बताई जा रही है। लेकिन ओले गिरने से फसलों को नुकसान होने की आशंका है।  

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प्रदेश में इनदिनों एक साथ 4 वेदर सिस्टम एक्टिव हैं। वहीं पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवातीय घेरे के रूप में एक्टिव है। एक ट्रफ लाइन पश्चिमी मध्यप्रदेश से गुजर रही है। एक सिस्टम अरब सागर के काफी पास हैं। जिसकी वजह से ज्यादा नमी आ रही है। इसका असर ट्रफ लाइन में काफी अस्थिरता के साथ दिखाई देने लगा है। आगामी 24 से 48 घंटे तक प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में घना कोहरा छाया रहने की आशंका है। जिसके बाद 31 दिसंबर और 1 जनवरी को तेज सर्दी रहेगी , कई जगहों के तापमान में रिकॉर्ड गिरावट होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।