कांग्रेस जीती तो एक ईंट भी नहीं लगेगी, शिवराज के बेटे कार्तिकेय ने वोटर्स को धमकाया

बुधनी उपचुनाव प्रचार के दौरान कार्तिकेय सिंह चौहान ने वोटर्स को धमकाते हुए कहा कि अगर गलती से भी यहां कांग्रेस का विधायक आ जाता है, तो आप समझ लेना किसी के गांव में एक ईंट लगने वाली नहीं है।

Updated: Oct 25, 2024, 03:55 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान के भाषण पर बवाल मच गया है। कार्तिकेय उपचुनाव के प्रचार के दौरान वोटर्स को धमकाने के अंदाज में कहते हैं कि अगर गलती से भी यहां कांग्रेस का विधायक आ जाता है, तो आप समझ लेना किसी के गांव में एक ईंट लगने वाली नहीं है। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कार्तिकेय को संयम बरतने की समझाइश दी है।

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कार्तिकेय का वीडियो शेयर कर लिखा है कि कार्तिकेय अभी से इस प्रकार का भाषण ना दो। अपने पिता शिवराज सिंह चौहान से सीखो। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों मिल कर भारत निर्माण में सहयोग करते हैं। 10 साल तक मैं मुख्यमंत्री रहा लेकिन मैंने इस प्रकार की भाषा का कभी उपयोग नहीं किया आपके पिता गवाह हैं। पंचायत राज क़ानून में निर्माण काम करने के ज़िम्मेदारी सरपंच की होती है ना की विधायक की। और आप तो अभी ना सरपंच हैं ना विधायक। आप मेरे पुत्र नहीं पौत्र समान है। यह मेरी राय है आप मानें ना मानें आप जानें। जय सिया राम।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने X पर जो वीडियो शेयर किया है उसमें कार्तिकेय सिंह चौहान कहते दिखाई दे रहे हैं, ‘अगर चुनाव में कुछ भी उन्नीस-बीस होता है, तो आप समझिए कि किसका नुकसान होगा। अपने पैरों हम क्यों कुल्हाड़ी मारें भाई। अपनी पोलिंग में गड़बड़ कर हम क्यों अपनी इज्जत खराब करें। क्या हमको नहीं जाना हमारे मुख्यमंत्री के पास काम कराने के लिए, क्या हमको नहीं जाना कृषि मंत्री के पास काम कराने के लिए। बताइए सरपंच जी कैसे कराएंगे काम। जवाब दीजिए मुझे। अगर उन्नीस-बीस हुआ तो किस मुंह से नेताओं के पास काम कराने जाएंगे। अगर गलती से भी यहां कांग्रेस का विधायक आ जाता है तो आप समझ लेना किसी के गांव में एक ईंट लगने वाली नहीं है।'

बुधनी विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल को चुनाव में उतारा है। उनका मुकाबला बीजेपी के रमाकांत भार्गव से है। उधर पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को टिकट दिए जाने से बीजेपी के पूर्व विधायक राजेन्द्र राजपूत नाराज हैं। उन्होंने टिकट घोषित होने के बाद कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी। वे बीजेपी उम्मीदवार के नामांकन कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए। ऐसे में राजपूत की नाराजगी ने भाजपा की चिंता बढ़ा दी है। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार पटेल के पक्ष में सकारात्मक माहौल है।