जबलपुर। जबलपुर में एक कारोबारी के बेटे की अपहरण के बाद हत्या कर दी। कारोबारी ने अपने बच्चे की जान बचाने के लिए फिरौती के तौर पर आठ लाख रुपये भी दे दिए थे, फिर भी बदमाशों ने पहचाने जाने के डर से बच्चे की जान ले ली। 

फिरौती और हत्या के इस सनसनीखेज़ मामले में जिला पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अपराधियों के पास से पुलिस ने फिरौती की रकम भी बरामद कर ली है। पुलिस ने बताया है कि बच्चे ने तीन में से एक आरोपी को पहचान लिया था, जिस वजह से उन्होंने बच्चे को मार डाला। 

जबलपुर के संजीवनी नगर थाना पुलिस ने बताया है कि गुरुवार, 15 अक्टूबर की शाम को व्यवसायी मुकेश लांबा ने अपने 13 वर्षीय बेटे आदित्य के गायब होने की शिकायत की थी। लांबा ने पुलिस को बताया था कि आदित्य घर से चिप्स लेने के लिए पचास रुपए लेकर बाहर गया था जिसके बाद से लापता है। वहीं घर के मोबाइल नंबर पर कॉल आया कि तुम्हारा बच्चा हमारे कब्जे में है दो करोड़ की व्यवस्था कर लो।घटना की जानकारी के बाद पुलिस ने मुकेश को भेजकर अपराधियों को आठ लाख रुपए पहुंचाए। पैसे मिलने के बाद भी जब आदित्य नहीं लौटा तब पुलिस ने घेरकर अपराधियों को पकड़ लिया।

पुलिस की पूछताछ के दौरान अपराधियों ने बताया कि गुरुवार शाम को वह आदित्य को कार में घुमाते रहे। इसके बाद रात में एक खाली घर में रुके और अगली सुबह फिर कार से निकल गए। उस दौरान आदित्य ने कहा कि अंकल मैं आपको जनता हूं। एक बार आप अंकल के साथ मेरे घर आए थे। इसी बात से अपराधी चिंतित हो गए और उसे मारने की योजना बनाई। उन्होंने पहले आदित्य से रिकॉर्डिंग करवाया कि पापा आ जाओ और फिर गमछे से गला घोंटकर बेरहमी से मासूम की हत्या कर दी। बदमाशों ने बच्चे के शव को नहर में फेंक दिया। पुलिस के मुताबिक अपहरणकर्ताओं ने जिस फोन से फिरौती के लिए फोन किया था, वह भी लूट का था।