जोबट। मध्य प्रदेश में उपचुनाव का बिगुल बजते ही दलबदलू नेताओं का नेटवर्क सक्रिय हो गया है। जोबट विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की अघोषित उम्मीदवार सुलोचना रावत ने पाला बदल लिया है। उन्होंने अपने बेटे विशाल रावत के साथ बीजेपी जॉइन कर लिया है। सुलोचना ने यह कदम क्यों उठाया लोगों के मन में ये  सवाल है। इसी बीच सुलोचना के बेटे विशाल रावत ने बीजेपी से हुई सौदे की शर्त का खुलासा कर दिया है।

दरअसल, सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप तेजी से वायरल हो रहा है। इस ऑडियो में सुलोचना रावत का बेटा विशाल अपने क्षेत्र के एक कार्यकर्ता मूल सिंह से बात कर रहा है। बातचीत के अंदाज से समझा जा सकता है कि वे दोनों एक दूसरे को बेहद अच्छे से जानते हैं। इस दौरान विशाल कहता है कि बीजेपी नेतृत्व से हमारी बात हुई है कि वे हमें जोबट से टिकट भी देंगे और प्रदेश में मंत्री भी बनाएंगे। 

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इतना ही नहीं रावत ने इस दौरान पीसीसी चीफ कमलनाथ की आलोचना करते हुए कहा, 'कमलनाथ ऊपर ही रहते हैं। जमीन का कुछ नहीं जानते। उनके साथ दो लोग रहते हैं, जो वे दो लोग कहते हैं, वही सुनते हैं। कांग्रेस से टूटकर ही तो बीजेपी मजबूत हुई है।' रावत ये भी कहते हैं कि पार्टी चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस आदिवासियों का विकास कोई नहीं करने वाला। इसलिए उम्मीदवार के आधार पर वोटिंग करो। 

बता दें कि सुलोचना दिग्विजय सिंह की सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। आदिवासी समुदाय पर उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। साल 2018 में कांग्रेस ने जोबट से कलावती भूरिया को टिकट दिया था। इसी बात से नाराज होकर सुलोचना ने अपने बेटे का निर्दलीय फॉर्म भर दिया था। इस चुनाव में कलावती की जीत हुई थी लेकिन कोरोना के कारण उनका निधन हो गया। जोबट विधानसभा क्षेत्र रिक्त होने के बाद इस बार के उपचुनाव में सुलोचना के बेटे का टिकट तय माना जा रहा था। लेकिन अचानक दोनों मां-बेटे बीजेपी में शामिल हो गए।