नई दिल्ली/भोपाल। मध्य प्रदेश उपचुनाव में अपेक्षाकृत सफलता नहीं मिलने के बाद कांग्रेस हाईकमान संगठन को मजबूत करने पर जोर दे रही है। इसी के तहत सोनिया गांधी ने आज फिर पीसीसी चीफ़ कमलनाथ के साथ अहम बैठक की। दोनों नेताओं के इस बैठक के बाद मध्य प्रदेश में अटकलों का बाजार गर्म है। इसी बीच कमलनाथ ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वे मध्य प्रदेश नहीं छोड़ेंगे।

जानकारी के मुताबिक एमपी कांग्रेस अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने सोमवार दोपहर करीब 1 घंटे तक सोनिया गांधी के साथ बैठक की। इस दौरान मध्य प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक भी मौजूद थे। बैठक के बाद कमलनाथ ने पत्रकारों से कहा कि मैं मध्य प्रदेश नहीं छोडूंगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कह दिया कि अंतिम फैसला कांग्रेस चीफ को लेना है।

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बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान उपचुनाव में हुई हार की समीक्षा रिपोर्ट से लेकर कई अहम मुद्दों पर दोनों नेताओं ने चर्चा की। इसमें एक अहम मुद्दा वन मैन, वन पोस्ट यानी एक व्यक्ति, एक पद है। हाईकमान ने राजस्थान में यह व्यवस्था लागू कर दिया है, नतीजतन कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा को कैबिनेट से इस्तीफा देना पड़ा। माना जा रहा है कि शीर्ष नेतृत्वका एमपी में भी यही व्यवस्था लागू करने का विचार है। यदि ऐसा होता है तो कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष अथवा नेता प्रतिपक्ष में से किसी एक पद को छोड़ना पड़ेगा।