इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में लॉकडाउन खुलते ही अपराधियों का गिरोह एक्टिव हो गया है। अपराधियों के बुलंद हौसले का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अब वे एसपी बंगले के बाहर भी लूटपाट की वारदात को अंजाम देने से नहीं चूक रहे हैं। बीती रात शहर के सबसे सुरक्षित ऑफिसर कॉलोनी रेज़ीडेंसी इलाके से बेखौफ अपराधियों ने एक पुलिसकर्मी का मोबाइल लूट लिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक रेडियो कॉलोनी निवासी तहसीलदार चरनजीत सिंह हड्डा को छतरीपुरा थाना इलाके में हुए गोलीकांड का पंचनामा तैयार करने जाना था। शनिवार रात वे एसपी यूसुफ कुरैशी के बंगले के बाहर गाड़ी रोककर मोबाइल पर बात कर रहे थे। इसी दौरान दो बाइक सवार बदमाशों ने आकर उनका मोबाइल छीन लिया। तहसीलदार जबतक कुछ समझ पाते आरोपी वहां से नौ दो ग्यारह हो गए।

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वारदात के बाद तहसीलदार संयोगितागंज थाना इलाके में पहुंचे और एफआईआर दर्ज कराई। हैरानी की बात यह है कि यह घटना शहर के सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली सोसायटी में हुई जहां पुलिस और जिला प्रशासन के तमाम बड़े अफसरों का बंगला है। ऐसे में अब सवाल ये उठ रहा है कि जब पुलिस कप्तान के घर के बाहर पुलिसकर्मियों से लूटपाट हो सकती है तो शहर के अन्य जगहों पर आमलोग खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेंगे।

एसपी बंगले के बाहर हुई लूट की वारदात से पुलिस महकमे की जमकर किरकिरी हो रही है। पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश भी कर रही है, लेकिन अबतक अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस के रवैए पर इसलिए भी सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि जब आम आदमी के साथ इस तरह की घटना होती है तो पहले रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया जाता है। दबाव में आकर यदि रिपोर्ट लिखी भी जाति है तो उसे लूट की जगह चोरी के घटना में सूचीबद्ध किया जाता है।