भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं अधिकारी, बीजेपी विधायक ने अपनी ही पार्टी पर उठाए सवाल

भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने नगरीय निकाय चुनावों की प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग जैसी कोई व्यवस्था नजर ही नहीं आ रही है। इसीलिए चुनाव आयोग पर धिक्कार है।

Updated: Jul 14, 2022, 05:38 AM IST

भोपाल। सतना जिले के मैहर से भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपनी ही पार्टी और सरकार पर सवाल उठाए हैं। नारायण त्रिपाठी ने चुनाव में हो रही धांधली का जिक्र कर निर्वाचन आयोग को भी धिक्कारा है। उन्होंने प्रशासन पर उंगली उठाते हुए आरोप लगाया कि कानून और सिस्टम सिर्फ गरीब प्रत्याशियों के लिए है, धनाढ्यों के लिए नहीं।

भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अब तो चुनाव कराने ही नहीं चाहिए। जिस तरह सदन में हार की जीत हुई उसी तरह का अंधी सिस्टम लागू कर देना चाहिए। मैहर में अधिकारी-कर्मचारी दल विशेष का प्रचार प्रसार कर रहे हैं। छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारी तक भाजपा को वोट दिलाते दिख रहे हैं। मेरा भाजपा से विरोध नहीं है। मैं भाजपा का एमएलए हूं, लेकिन यह स्थिति अच्छी नही है। इससे तकलीफ होती है, इसे बंद होना चाहिए।

नारायण ने मैहर के बहाने बीजेपी नेतृत्व पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस तरह सरकारें दो मिनट में गिराई और बनाई जा रही हैं, उसी तरह का सिस्टम पंचायतों और नगरीय निकायों में भी लागू है। प्रत्याशी चुनाव लड़ते रहेंगे और किसी दल विशेष को जिता दिया जाएगा। ऐसा न हो, अगर मैहर में ऐसा हुआ तो बहुत बुरा होगा।

मैहर के चुनाव में शराब, पैसे और साड़ियां बांटे जाने की घटनाओं के वीडियो और अन्य प्रमाण सामने आने के बावजूद कार्रवाई न होने पर त्रिपाठी ने कहा कि जब कोई गरीब प्रत्याशी ऐसे मामले पकड़ता है तो कोई सुनवाई नहीं होती है। धनाढ्य प्रत्याशी शराब, पैसे, कपड़े बांटे और प्रशासन उनका सहयोग करे तो निर्वाचन आयोग को भी धिक्कार है। ऐसी निर्वाचन प्रक्रिया में जनता को भाग ही नहीं लेना चाहिए। जब जीत का प्रमाण पत्र देना फिक्स है, तो इतने बड़े सिस्टम को चलाने, चुनाव कराने का कोई औचित्य ही नहीं है।