भोपाल। मध्य प्रदेश में इस बार का दशहरा भी बारिश के बीच ही मनाया जाएगा। मौसम विभाग ने रावण दहन से पहले प्रदेश के कई शहरों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस कारण शहर में साधारण पुतलों की जगह वाटरप्रूफ पुतलों की डिमांड बढ़ गई है। जिससे दशहरे पर वाटरप्रूफ पुतले का दहन दिख सके।

3 साल पहले साल 2022 में भी रावण दहन के वक्त बारिश हुई थी। इसके कारण पेट्रोल के पुतले को छोड़कर वाटरप्रूफ पुतले ही जलाने पड़े थे। हालांकि मध्य प्रदेश के अन्य जिलों ग्वालियर, उज्जैन में मानसून की विदाई हो गई है। लेकिन 2 अक्टूबर को मौसम प्रणाली एक बार फिर से सक्रिय होगी जिससे इन जिलों में भी पानी बरसेगा। बीते 3 दिन से यहां हल्की बारिश जारी है।

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रावण के पुतलों का बाजार भोपाल शहर के वन विभाग मुख्यालय के ठीक सामने लगता है। हालिया स्थिति के बाद सोमवार दोपहर को इन बाजारों को हटाने को लेकर विवाद हुआ था। कई कारीगर विभाग ऑफिस के बाहर पहुंचे और दुकान हटाने का विरोध किया। मामले की गंभीरता को देख प्रशासन को भी बुलाया गया। 

भोपाल के बांसखेड़ी, ईंटखेड़ी और तुलसी नगर में 300 से अधिक कारीगर पुतले बना रहे हैं। इनमें 5 फीट से लेकर 40 फीट तक पुतले हैं। इनकी कीमत 500 रुपए से लेकर 50 हज़ार रुपए तक है। शहर में कुल 7 हज़ार से अधिक रावण के पुतलों का दहन होगा इनमें छोटे से लेकर बड़े आकर के पुतले शामिल रहेंगे।