भोपाल। मध्य प्रदेश आरक्षक जीडी भर्ती परीक्षा-2023 में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। बताया जा रहा है कि इस भर्ती परीक्षा में व्यापमं जैसा घोटाला सामने आया है। जिस तरह से व्यापमं की परीक्षाओं में असली कैंडिडेट्स की जगह सॉल्वरों ने पेपर दिया था, उसी तर्ज पर दो साल पहले हुई पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में भी सॉल्वर शामिल हुए हैं। 

इसका खुलासा एग्जाम देने वाले कैंडिडेट्स के दस्तावेजों की जांच के बाद हुआ है। अब तक अलग-अलग जिलों में फर्जीवाड़ा करने वाले 19 आरक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, ये आंकड़ा और ज्यादा बढ़ने की आशंका है। दरअसल, इन सभी कैंडिडेट्स ने आधार कार्ड में सॉल्वर का नाम और फोटो अपडेट कराकर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया है।

इन्होंने परीक्षा से पहले आधार कार्ड में फोटो बदलकर सॉल्वर से परीक्षा दिलवाई। परीक्षा के बाद फिर से आधार में असली फोटो अपडेट करवाई। ज्वाइनिंग से पहले जब आधार हिस्ट्री खंगाली गई तो इस तकनीकी धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। जांच में फोटो, हस्ताक्षर और राइटिंग भी मैच नहीं हुई। मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड से दस्तावेज मंगाकर पुष्टि होने के बाद कंपू थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इसमें आधार सेंटर की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।

बता दें कि मध्य प्रदेश में आरक्षक जीडी भर्ती परीक्षा 2023 की लिखित परीक्षा 16 अगस्त से 15 सितंबर 2023 के बीच आयोजित की गई थी। परीक्षा संपन्न होने के बाद चयनित अभ्यर्थियों की सूची भी जारी कर दी गई थी। नियुक्ति प्रक्रिया से पहले शासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी चयनित उम्मीदवारों के आधार कार्ड की हिस्ट्री की जांच की गई। इस दौरान जांच अधिकारियों को कुछ अभ्यर्थियों के आधार में परीक्षा से पहले और बाद में बार-बार बायोमैट्रिक अपडेट किए जाने की जानकारी मिली। जब पांच चयनित अभ्यर्थियों की आधार हिस्ट्री को गहराई से परखा गया तो सामने आया कि इन सभी ने जुलाई 2023 में परीक्षा से पहले अपने आधार में फर्जी परीक्षार्थियों की फोटो अपडेट करवाई थी।